Edited By Ramkesh,Updated: 11 Oct, 2024 02:51 PM
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में बसपा-इनेलो गठबंधन को मिली असफलता के बाद मायावती ने ऐलान किया है कि अब बसपा अब किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने एक्स पर ताबड़तोड़ चार ट्वीट किए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में बसपा-इनेलो गठबंधन को मिली असफलता के बाद मायावती ने ऐलान किया है कि अब बसपा अब किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने एक्स पर ताबड़तोड़ चार ट्वीट किए।
मायावती ने कहा कि यूपी सहित दूसरे राज्यों के चुनाव में भी बीएसपी का वोट गठबंधन की पार्टी को ट्रांसफर हो जाने किन्तु उनका वोट बीएसपी को ट्रांसफर कराने की क्षमता उनमें नहीं होने के कारण अपेक्षित चुनाव परिणाम नहीं मिलने से पार्टी कैडर को निराशा व उससे होने वाले मूवमेंट की हानि को बचाना जरूरी। इसी संदर्भ में हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम व इससे पहले पंजाब चुनाव के कड़वे अनुभव के मद्देनजर आज हरियाणा व पंजाब की समीक्षा बैठक में क्षेत्रीय पार्टियों से भी अब आगे गठबंधन नहीं करने का निर्णय, जबकि भाजपा/एनडीए व कांग्रेस/इण्डिया गठबंधन से दूरी पहले की तरह ही जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि देश की एकमात्र प्रतिष्ठित अम्बेडकरवादी पार्टी बीएसपी व उसके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेंट के कारवां को हर प्रकार से कमजोर करने की चौतरफा जातिवादी कोशिशें लगातार जारी हैं, जिस क्रम में अपना उद्धार स्वयं करने योग्य व शासक वर्ग बनने की प्रक्रिया पहले की तरह ही जारी रखनी जरूरी। मायावती ने आगे कहा कि बीएसपी विभिन्न पार्टियों/संगठनों व उनके स्वार्थी नेताओं को जोड़ने के लिए नहीं, बल्कि ’बहुजन समाज’ के विभिन्न अंगों को आपसी भाईचारा व सहयोग के बल पर संगठित होकर राजनीतिक शक्ति बनाने व उनको शासक वर्ग बनाने का आंदोलन है, जिसे अब इधर-उधर में ध्यान भटकाना अति-हानिकारक।
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीएसपी और आईएनएलडी के बीच हुए गठबंधन के तहत मायावती को हरियाणा चुनाव में लड़ने के लिए 37 सीटें मिलीं थी। वहीं, आईएनएलडी ने 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन इस चुनाव में बसपा का एक भी उम्मीदवार जीत नहीं सका जबकि -इनेलो को दो सीट पर जीत मिली थी।