Edited By Mamta Yadav,Updated: 09 Oct, 2024 01:11 AM
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार का ठीकरा जाट समाज पर फोड़ते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि हरियाणा के जाटों को जातिवादी मानसिकता से बाहर आने की सीख उत्तर प्रदेश के जाट समाज के लोगों से लेनी चाहिये।
Lucknow News: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार का ठीकरा जाट समाज पर फोड़ते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि हरियाणा के जाटों को जातिवादी मानसिकता से बाहर आने की सीख उत्तर प्रदेश के जाट समाज के लोगों से लेनी चाहिये।
बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को हरियाणा चुनाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा “हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांसफर हुआ।
मायावती ने जाट समुदाय को दी खास सलाह
मायावती ने आगे कहा कि जबकि यूपी के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बीएसपी से एमएलए तथा सरकार में मंत्री भी बने हैं। हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए, यह खास सलाह।
मेहनत नहीं जाएगी बेकार
उन्होंने कहा कि बीएसपी के लोगों द्वारा पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूँ व आश्वस्त करती हूँ कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है। नया रास्ता निकलेगा।