Edited By Pooja Gill,Updated: 30 Nov, 2024 12:06 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार शाम एक सोफा-गद्दा बनाने की फैक्टरी में भीषण आग लग गई। आग की लपटें देख आसपास के लोग घबरा गए। लोगों ने अपने घरों से बाहर निकल कर आग को बुझाने की कोशिश की। साथ ही घटना की सूचना दमकल विभाग को दी। दमकल विभाग की...
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार शाम एक सोफा-गद्दा बनाने की फैक्टरी में भीषण आग लग गई। आग की लपटें देख आसपास के लोग घबरा गए। लोगों ने अपने घरों से बाहर निकल कर आग को बुझाने की कोशिश की। साथ ही घटना की सूचना दमकल विभाग को दी। दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और बमुश्किल दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया। हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है।
पांच घंटों में आग पर पाया काबू
पूरा मामला गाजीपुर के रिहायशी शक्तिनगर इलाके में का है। जहां दो मंजिला इमारत में चल रहे तीन अवैध कारखानों में आग लग गई। वहां मौजूद 40 लोग आग के बीच फंस गए। सभी ने इमारत की बाउंड्री फांद कर अपनी जान बचाई। बता दें कि वहां रखे चार छोटे गैस सिलिंडर आग की चपेट में आने की वजह से ताबड़तोड़ फटने लगे। जिसकी वजह से आग और बढ़ गई। गैस सिलिंडर से हुआ धमाका इतना तेज था कि पड़ोसी और मजदूर सहम गए। आग इतनी भयानक थी कि आसपास के दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दी। दमकल विभाग की 12 गाड़ियों से पहुंचे कर्मियों ने पांच घंटों की कड़ी मशक्तत के बाद आग पर काबू पा लिया।
10 फीट ऊंची बाउंड्री फांदकर बचाई जान
गौरतलब है कि यह दो मंजिला बिल्डिंग चौक के राजा बाजार निवासी प्रखर रस्तोगी की है। बिल्डिंग में मेट्रो सिटी निवासी अशरफ का गद्दे का कारखाना, रशीद का फर्नीचर और रफी उल्ला का फोम का कारखाना चलता है। तीनों कारखानों में करीब 40 लोग वहीं रहकर काम करते हैं। शुक्रवार शाम छह बजे जब आग लगी तो कारखाने में मौजूद सभी लोगों ने 10 फीट ऊंची बाउंड्री से कूदकर अपनी जान बचाई।
एक किलोमीटर दूर से दिख रहा था धुआं
कारखाने में लगी आग इतनी भीषण थी कि एक किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थी। दरअसल, कारखानों में फोम और लड़की होने के कारण आग विकराल रूप लेती चली गई। कारखानों से निकल रहे धुएं के कारण आसपास मौजूद सभी लोगों का सांस लेना दूभर हो गया था। आग पर काबू पाने के बाद दमकल कर्मियों ने राहत की सांस ली।