Edited By Ajay kumar,Updated: 20 May, 2024 09:32 PM
मोबाइल पर रील और वीडियो बनाना युवाओं के इंटरेस्ट को पूरा नहीं कर रहा है, बल्कि यह उन्हें लती बना रहा है। इसे देखने वाले युवा भी कुछ सीख नहीं रहे बल्कि अपनी बौद्धिक क्षमता को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
कानपुर: मोबाइल पर रील और वीडियो बनाना युवाओं के इंटरेस्ट को पूरा नहीं कर रहा है, बल्कि यह उन्हें लती बना रहा है। इसे देखने वाले युवा भी कुछ सीख नहीं रहे बल्कि अपनी बौद्धिक क्षमता को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सोचिये कोई अगर मोबाइल पर रील और वीडियो देखकर डॉक्टर बना है तो क्या उससे इलाज कराया जा सकता है, नहीं। यह पूरी तरह से समय की बर्बादी है। यह विचार रविवार को लेखक चेतन भगत ने व्यक्त किए। वे द स्पोटर्स हब में टॉक शो में शामिल होने शहर आए थे।
द स्पोटर्स हब में टॉक शो के दौरान लेखक चेतन भगत ने व्यक्त की राय
उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर रील और वीडियो वैसे ही हैं जैसे कोई कार में बैठकर अपने हाथ पैर न चलाए और दूसरी जगह पहुंच जाए। उसमें उसका कोई बौद्धिक इफर्ट नहीं है तो धीरे-धीरे उसके हाथ पांव काम करना बंद कर देंगे। ठीक उसी प्रकार अगर दिमाग का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो दिमाग काम करना ही बंद कर देगा। प्रेरक वक्ता, पटकथा लेखक,यूट्यूबर और पॉडकास्टर चेतन भगत के करीब दो घंटे तक चले कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं और प्रशंसकों ने चेतन भगत से जिंदगी में आगे बढ़ने के लिये सवाल किए। इस पर चेतन ने सभी को सक्सेज टिप्स दिये।
11 रूल्स ऑफ लाइफ किया साझा
चेतन भगत ने लाइफ को सफल बनाने के लिये अपने 11 रूल्स ऑफ लाइफ सभी से साझा किये। द स्पोटर्स हब में आए चेतन ने पूरे कैम्पस का भ्रमण किया और बोले इस तरह के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत हर शहर में हैं। स्पोर्ट्स और आउटडोर एक्टिविटी करने से बौद्धिक और शारीरिक विकास होता है और जब मस्तिष्क विकसित होगा तभी विकसित भारत की कल्पना की जा सकती हैं। चेतन भगत का द स्पोर्ट्स हब के एमडी पीयूष अग्रवाल ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।