Edited By Ramkesh,Updated: 25 Nov, 2020 06:11 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक सनसनी घटना सामने आई है, जिसे आप आप सुन कर हैरान हो जाएगे। जहां दो मेडिलक कॉलेज पर मानव अंग के तस्करी करने का आरोप है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक सनसनी घटना सामने आई है, जिसे आप आप सुन कर हैरान हो जाएगे। जहां दो मेडिलक कॉलेज पर मानव अंग के तस्करी करने का आरोप है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए है। एरा मेडिकल कॉलेज,इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज इन दो बड़े अस्पताला पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमेटी बना कर जांच रिर्पोट सौंपने के आदेश दिए है।
बता दें कि चिनहट के पक्का तालाब निवासी शिव प्रकाश पांडेय का बेटा आदर्श कमल पांडेय (27) 11 सितंबर को कोरोना पॉजिटिव हो गया। शिवप्रकाश के मुताबिक 15 सितंबर को आदर्श कमल पांडेय को इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इसकी जानकारी भाई ने बहन को बहन को वाट्सएप पर मैसेज किए। उसने भर्ती मरीजों के साथ गलत काम होने की दास्तां बयां की। साथ ही मरीजों के अंग निकालने की आशंका जताई। वह इन मरीजों का गवाह बनना चाहता था। आरोप है कि इसके बाद आदर्श कमल को सामान्य वार्ड से आइसीयू में पहुंचा दिया गया। घबराए आदर्श कमल ने 22 सितंबर को बहन से तत्काल अस्पताल से निकालने का हवाला दिया। देर होने पर उसने जान से हाथ धोने की बात कही। इस पर परिजनों ने फोन पर डॉक्टरों से बात की और उसे एरा मेडिकल कॉलेज आदर्श को रेफर करा दिया।
परिजनों का आरोप हैं कि पहले मेडिकल कॉलेज से एरा के स्टाफ को फोन कर दिया गया। साजिश के तहत युवक की तबीयत और बिगाड़ दी गई। स्थिति यह है कि 26 सितंबर को घर वालों को पहले मरीज ठीक बताया गया। वहीं 15 मिनट बाद दोबारा फोन कर आदर्श की मौत की सूचना दी गई। परिजनों ने बताया कि अंग तस्करी की बात कही न सामने आ जाय इस पर मेडिकल कॉलेज की मिली भगत से गलत दवा दे कर आदर्श की हत्या कर दी गई है।