Edited By Purnima Singh,Updated: 08 Feb, 2025 06:20 PM
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले से धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक किशोर को पहले बहला फुसलाकर बाराबंकी लाया गया। फिर उसका धर्म परिवर्तन करवाकर खतना करा दिया गया। साथ ही उससे नमाज भी पढ़वाई गई। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित ने...
आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले से धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक किशोर को पहले बहला फुसलाकर बाराबंकी लाया गया। फिर उसका धर्म परिवर्तन करवाकर खतना करा दिया गया। साथ ही उससे नमाज भी पढ़वाई गई। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित ने जिले के किशोर न्याय बोर्ड के आफिस में अपना बयान दर्ज कराया। फिलहाल बाराबंकी में तीन लोगों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
विनय सिंह ने दर्ज कराई तहरीर
बता दें कि बाराबंकी में यह तहरीर विनय सिंह राजपूत ने दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह अपने निजी कार्य से वहां घूम रहे थे। तभी एक लड़का आया, जिसने अपना नाम नूर मोहम्मद बताया। उसने बताया कि वह अतरौलिया, आजमगढ़ का निवासी है। उसका असली नाम अनुज कुमार है। वह हिंदू हरिजन बिरादरी से है। अनुज ने बताया कि मुर्शीद और उसके पिता रियासत अली उसे बहलाकर अपने साथ ले आए थे। फिर उसे अफीफा रेस्टोरेंट में काम करने के लिए लगा दिया था। बालक ने बताया कि मुर्शीद और उसके पिता रियासत अली कबाड़ी का काम करते हैं।
अनुज ने बताई अपनी आपबीती
अनुज ने बताया कि एक दिन रेस्टोरेंट मालिक ने उससे उसके परिवार के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि उसका परिवार नहीं है। उसके बाद उसे अस्पताल ले जाकर उसके लिंग के ऊपरी भाग की स्किन काटी गई। फिर उसका इलाज किया गया। ये सब हो जाने के बाद अनुज को बताया गया कि अब से उसका नाम नूर मोहम्मद है। अब उसको मुस्लिम धर्म अपनाना पड़ेगा। अनुज के पूरी कहानी बताने के बाद विनय सिंह ने उसके साथ थाने पहुंच कर मामले की तहरीर दी।
तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
विनय सिंह और अनुज की तहरीर के आधार पर पुलिस ने धर्म परिवर्तन और शारीरिक शोषण के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस लिस्ट में मुर्शीद, उसके पिता रियासत अली और अफीफा रेस्टोरेंट के मालिक का नाम शामिल है। अनुज की तहरीर के बाद बाराबंकी पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड आजमगढ़ को मामला प्रेषित कर दिया। शुक्रवार को अनुज ने किशोर न्याय बोर्ड में अपना बयान दर्ज करवाया। इस दौरान उसने अपनी आप बीती बताई।
बच्चे को मां को दिया गया
इस संबंध में किशोर न्याय बोर्ड के बेंच आफ मजिस्ट्रेट अखिलेश सिंह ने बताया कि एक मामला आया है। जिसमें बच्चा बिना बताए घर से भाग गया था। बच्चे ने बताया कि उसका खतना करवाकर उसे मुस्लिम बना दिया गया। बच्चा डेढ़ महीने बाल सुधार गृह में था। उसके बाद पुलिस उसे लेकर यहां आई है। बच्चे को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया है। बच्चा अभी डरा हुआ है इसलिए पूरी बात नहीं बता पा रहा है। हालांकि इस बात कि संभावना है कि बच्चे के धर्म परिवर्तन के पीछे कोई बड़ा गैंग काम कर रहा है।