Edited By Ramkesh,Updated: 24 Dec, 2022 03:04 PM

कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों से किसी भी संभावित चुनौती से निपटने के लिए अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटीलेटर जैसे...
लखनऊ ( अश्वनी कुमार सिंह ) : कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों से किसी भी संभावित चुनौती से निपटने के लिए अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटीलेटर जैसे जीवनरक्षक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि प्रेशर स्विंग एडजॉर्पशन (पीएसए) ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र पूरी तरह से चालू रखे जाएं और उनकी जांच के लिए नियमित मॉक ड्रिल की जाए।
सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए इन चिकित्सा सुविधाओं का संचालनात्मक स्थिति में रहना और उनकी देखरेख किया जाना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। हालांकि, देश में संक्रमण के मामलों की संख्या अभी कम है। अगनानी ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन महत्वपूर्ण और अहम संसाधन है और मरीजों की देखभाल तथा कोविड-19 प्रबंधन के दौरान लोगों की जान बचाने के लिए निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति बेहद अहम है।
हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट मोड में है और उसके प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से शुक्रवार को भी बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अब अस्पतालों में मास्क (Mask) लगाना अनिवार्य करने जा रही है। उन्होंने कहा कुछ देशों में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। जिले के सीएमओ को चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए है। कोरोना प्रभावित देश से लौटे यात्रियों की जांच अनियार्य कर दी गई है। सीक्वेंसिंग कराए जाने को भी कहा गया है ताकि नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके। सर्दी-जुकाम और बुखार समेत अन्य लक्षण वाले यात्रियों को चिह्नित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।