Edited By Mamta Yadav,Updated: 12 Aug, 2025 11:56 PM

उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के संगम तट पर बड़े हनुमान मंदिर में बनाए जा रहे 40 करोड़ रुपए के कॉरिडोर प्रोजेक्ट का पहला चरण पहली ही बाढ़ को नही झेल पाया। गंगा में आई बाढ़ ने हनुमान मंदिर परिसर की दीवारों और कॉरिडोर के पत्थरों को उखाड़ कर रख दिया है।
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के संगम तट पर बड़े हनुमान मंदिर में बनाए जा रहे 40 करोड़ रुपए के कॉरिडोर प्रोजेक्ट का पहला चरण पहली ही बाढ़ को नही झेल पाया। गंगा में आई बाढ़ ने हनुमान मंदिर परिसर की दीवारों और कॉरिडोर के पत्थरों को उखाड़ कर रख दिया है।
PM मोदी ने महाकुंभ में किया था उद्घाटन
बता देंस कि दीवारों से पत्थर उखड़ गए हैं। यह स्थिति महज कुछ ही महीनों के अंदर ही सामने आ गई, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल हो रहे हैं। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत कुल 11,589 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया गया था। जिसमें से 535 वर्ग मीटर में बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह और परिक्रमा पथ का निर्माण किया जा रहा था। पहले फेज का काम महाकुंभ से पहले पूरा कर लिया गया था। 13 दिसम्बर 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़े ही धूमधाम से इसका उद्घाटन किया था। उद्घाटन समारोह के आयोजन में भी हजारों रुपये खर्च किए गए थे।
निर्माण कार्य में या मानकों की अनदेखी या...
कॉरिडोर के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को दी गई थी, पत्थरों का उखड़ना और दीवारों का टूटना यह दर्शाता है कि निर्माण कार्य में या तो मानकों की अनदेखी की गई या फिर घटिया सामग्री का उपयोग हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ तो हर साल आती है और संगम क्षेत्र में तो यह एक आम बात है, फिर भी अगर कॉरिडोर जैसे स्थायी निर्माण पहली ही बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो जाए तो गंभीर सवाल खड़े होते हैं।