Edited By Ajay kumar,Updated: 18 May, 2023 05:36 PM

सुभाषनगर क्षेत्र में दादी की हत्या करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह मकान बेचना चाहता था, मगर दादी इसका विरोध करती थीं। गुस्से में आकर उसने दादी की हत्या कर दी।
बरेली: सुभाषनगर क्षेत्र में दादी की हत्या करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह मकान बेचना चाहता था, मगर दादी इसका विरोध करती थीं। गुस्से में आकर उसने दादी की हत्या कर दी।

दादी चन्द्रकली पर मकान बेचने का बना रहा था दबाव
गांव बेहटी दाह जागीर निवासी पौत्र तालेखर उर्फ तालेवर ने दादी चन्द्रकली (65) की हत्या कर दी थी। वृद्धा के बेटे प्रेमशंकर ने भतीजे तालेखर समेत तीन लोगों के खिलाफ सुभाषनगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने दादी चन्द्रकली पर मकान बेचने का दबाव बनाया था, मगर वह मकान बेचने को तैयार नहीं थी। शनिवार को वह शराब पीकर गांव पहुंचा और दादी की हत्या करने के उद्देश्य से चाचा प्रेमशंकर के घर में आग लगा दी, लेकिन दादी घर में मौजूद नहीं थीं। तालेखर दूसरे चाचा वीरेन्द्र के घर पहुंचा। यहां उसे भाइयों ने रोकने की कोशिश की, मगर वह जबरन घर में घुस आया। दादी से कहा कि तेरे फ्रीज और बक्से में आग लगाकर आ रहा हूं। दादी उसे भला बुरा कहने लगीं। गुस्सा आने पर उसने दादी के सिर पर डंडा मार कर हत्या कर दी। वहीं, उसने पत्नी के चरित्र पर भी अंगुली उठाई। पत्नी का परिवार के ही एक व्यक्ति से संबंध होने का आरोप लगाया।

बच्चों को साथ लेकर मायके रहती थी पत्नी
सुभाषनगर थाना क्षेत्र के गांव बेहटी में रहने वाला तालेबर अपनी पत्नी सोनी के साथ आए दिन मारपीट मारपीट करता था, जिसकी वजह से वह काफी समय पहले बच्चों को साथ लेकर मायके चली गई थी। सोमवार को चचिया ससुर के बीमार होने की खबर मिलने पर ससुराल लौटी सोनी उन्हें देखने रविवार शाम जिला अस्पताल पहुंची थी। तालेबर को सोनी के आने की खबर मिली तो घर पर आकर उसने नाराजगी जतानी शुरू कर दी। उसकी 65 वर्षीय दादी चंद्रकली ने सोनी का पक्ष लेते हुए उसे समझाने की कोशिश की तो गुस्साए तालेवर ने कहासुनी के बाद डंडा उठाकर उनके सिर पर वार कर दिया। चंद्रकली के गंभीर रूप से घायल होने के बाद तालेबर भाग निकला। जिला अस्पताल में मौजूद परिवार के लोगों को इसका पता लगा तो वे घर आकर चंद्रकली को जिला अस्पताल ले गए लेकिन एक घंटे बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।