Edited By Ramkesh,Updated: 21 Mar, 2023 01:42 PM

उत्तर प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से हुये फसल के नुकसान को लेकर मुख्य सचिव ने लोकभवन में बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रभावित जिलों के अफसरों क़ो निगरानी और राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार खड़ी है।...
लखनऊ, (अश्वनी कुमार सिंह ): उत्तर प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से हुये फसल के नुकसान को लेकर मुख्य सचिव ने लोकभवन में बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रभावित जिलों के अफसरों क़ो निगरानी और राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार खड़ी है। उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान की भरपाई के लिए हर संभव मदद के लिए तैयार है। इसके लिए अधिकारी अपने प्रभावित जिलों का दौरा करें । फसल के नुकसान का आकलन करके शासन को रिपोर्ट सौंपे जिससे किसानों को तुरंत राहत पहुंचाया जा सके। बता दें कि बीते दिनों प्रदेश में बेमौसम बारिश से गेहूं, चना, मटर, मूंग, मसूर की फसलों को काफी नुकसान हुआ है।

गौरतलब है कि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सोमवार को कहा कि बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई किसानों की फसल को राज्य सरकार मुआवजा देगी। शाही ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फसल के नुकसान का विश्लेषण करने के बाद सरकार द्वारा किसानों को उनकी क्षतिग्रस्त फसलों के अनुसार मुआवजा मिलेगा। जिन किसानों की फसल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कवर की गई है, उन्हें बीमा कंपनी से पैसा मिलेगा। इस संबंध में वह लखनऊ में बैंक और बीमा कंपनियों के साथ बैठक करेंगे।

उन्होंने राज्य में तूफान और भारी बारिश के कारण दस किसानों की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि मृतक किसानों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। सभी जिलाधिकारियों को इस दिशा में जरूरी दिशा निर्देश दिये गये हैं। कृषि विशेषज्ञों ने बेमौसम बारिश से किसानों की करीब 15 फीसदी फसल खराब होने का अनुमान जताया है। मंत्री ने कहा कि किसानों को बाजरे का बीज 50 प्रतिशत की छूट पर मिलेगा जबकि 10 हजार रुपये और उससे कम कीमत के कृषि यंत्रों पर भी सब्सिडी दी जायेगी।