Edited By Pooja Gill,Updated: 20 Jul, 2023 01:22 PM

Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में 2025 में महाकुंभ मेला होने वाला है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। इस मेले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। इसे भव्य और दिव्य...
Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में 2025 में महाकुंभ मेला होने वाला है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। इस मेले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। इसे भव्य और दिव्य बनाने के लिए योगी सरकार प्रयागराज में गंगा किनारे 13.25 किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट बनवाएगी। रिवर फ्रंट का निर्माण रसूलाबाद से लेकर नागवासुकी तक होगा, इसके लिए प्रशासन जोरों शोरों से तैयारियों में जुटा हुआ है।

बता दें कि महाकुंभ 2025 सबसे दिव्य और भव्य होगा। इसमें अभी तक के सबसे अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना जताई जा रही है। महाकुंभ के शाही स्नान की तिथियों की घोषणा कर दी गई है। महास्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के साथ शुरू होगा। पहला शाही स्नान 14-15 जनवरी को मकर संक्रांति पर होगा। दूसरा शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर होगा। तीसरा 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर और आखिरी शाही स्नान होगा। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर स्नान पर्व के साथ कल्पवास का समापन होगा। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर स्नान पर्व के साथ कुंभ मेले का समापन हो जाएगा। इस बार महाकुंभ 45 दिनों तक चलेगा।

इसी महीने शुरू होगा रिवर फ्रंट का काम
मिली जानकारी के मुताबिक महाकुंभ 2025 के लिए एक बड़े स्तर पर की जा रही है। प्रयागराज में 13.25 किलोमीटर का रिवर फ्रंट बनाने की तैयारी की जा रही है। रिवर फ्रंट रोड के लिए अमिताभ बच्चन पुलिया के पास 5400 वर्ग मीटर जमीन सेना से ली जाएगी, इसके लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण सेना को 12.37 करोड रुपए का मुआवजा देगा। इसके अलावा सरस्वती घाट के पास 1650 वर्ग मीटर जमीन सेना प्राधिकरण को देगी। जमीन की कीमत करीब 4.40 करोड़ रुपए है। सेना की बी फोर टाइप की इस जमीन के बदले मेला प्राधिकरण सेना को जमीन देगा। दोनों योजनाओं को सेना की ओर से मंजूरी मिलने के बाद इसी महीने इस रिवर फ्रंट को लेकर काम शुरू हो सकता है।