Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Jan, 2025 07:45 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां गाजीपुर थाना क्षेत्र में 2 दिन पहले वाहन खरीदने व बेचने को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद मामले से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक महिला बंद कमरे में...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां गाजीपुर थाना क्षेत्र में 2 दिन पहले वाहन खरीदने व बेचने को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद मामले से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक महिला बंद कमरे में पुलिस से मदद की गुहार लगा रही है। इस वीडियो के वायरल होते ही लोग सोशल मीडिया पर लखनऊ पुलिस से सवाल करने में जुट गए हैं।
सब दरवाजा तोड़ रहे मारने के लिए... Please Help me'
बता दें कि वायरल वीडियो में महिला ग़ाज़ीपुर थाना क्षेत्र स्थित चौकी में अंदर बंद बताई जा रही है। इस दौरान वह पुलिस कंट्रोल रूम से मदद मांगते हुए कह रही है कि 'यहां हम चौकी में बंद हैं। सब दरवाजा तोड़ रहे हैं, घुसकर मारने के लिए... प्लीज हेल्प करिए मैम'। वहीं, इस वायरल वीडियो को लेकर जब ग़ाज़ीपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ये घटना 2 दिन पहले की है। जब वाहन खरीदने व बेचने को लेकर दो पक्षों में भारी विवाद हुआ था। मामला सेक्टर 19 पुलिस चौकी पहुंचा तो वहां दलबल के साथ पहुंचे दो पक्षों में जमकर विवाद हुआ।
महिला के बचाव के लिए चौकी के भीतर किया गया: Police
इंस्पेक्टर ने बताया कि विवाद के दौरान वीडियो में दिख रही महिला जो कि एक पक्ष विपिन सिंह के साथ आई थी। महिला ने पिस्टल निकालकर विपिन सिंह को दिया और दूसरे पक्ष पर फायरिंग करने को कहा था। इसके बाद दूसरे पक्ष की ओर से आये वकील इस बात पर भड़क गए और दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। मारपीट के दौरान हालात न बिगड़े इसके लिए वकीलों को बाहर करके एक पक्ष को अंदर रखा गया था, जो कि सिर्फ इनके बचाव के लिए था। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन पर चालान किया गया है।
विपिन सिंह और फरीद के बीच कहासुनी के बाद हुई मारपीट
गौरतलब है कि मामला इंद्रानगर के रहने वाले विपिन सिंह और उनके एक सहकर्मी फरीद के बीच हुआ था। विपिन सिंह ने फरीद से एक इनोवा कार खरीदी थी और इसके लिए डाउन पेमेंट भी किया था, जबकि बाकी की राशि EMI के रूप में चुकानी थी। बताया जाता है कि इस समझौते को लेकर कोई लिखित दस्तावेज नहीं था। विपिन सिंह का आरोप था कि जब EMI की पूरी राशि चुका दी तो कार का ट्रांसफर उनके नाम पर नहीं की गई। इसी बात के चलते विपिन सिंह और फरीद के बीच कहासुनी के बाद तनाव बढ़ गया और ये पूरा विवाद थाने पहुंचा, जहां जमकर मारपीट और हंगामा हुआ।