Edited By Purnima Singh,Updated: 17 Jan, 2025 06:01 PM
महाकुंभ में आए नागा बाबा, सन्यासी अपने अनोखे अंदाज से श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रहे हैं। इसी कड़ी में महानिर्वाणी के महंत देव गिरी महाराज एक दिन में 120 लीटर दूध की रबड़ी खुद बनाते हैं और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद में खिलाते भी हैं। महंत का कहना है...
प्रयागराज (सैय्यद आकिब रज़ा) : महाकुंभ में आए नागा बाबा, सन्यासी अपने अनोखे अंदाज से श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रहे हैं। इसी कड़ी में महानिर्वाणी के महंत देव गिरी महाराज एक दिन में 120 लीटर दूध की रबड़ी खुद बनाते हैं और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद में खिलाते भी हैं। महंत का कहना है कि श्रद्धालुओं की सेहत का वह ख्याल रख रहे हैं, क्योंकि कई किलोमीटर तक श्रद्धालु पैदल चलते हैं और तरह-तरह के बाबा , नागा संन्यासियों के दर्शन के लिए आते हैं ऐसे में उनको गरम-गरम रबड़ी का प्रसाद देकर आनंद आता है।
इसी कड़ी में हमारी टीम पहुंची दूध रबड़ी वाले बाबा के पास। गुजरात से आए महंत की खास बात यह है कि यहां आशीर्वाद लेने आ रहे श्रद्धालुओं को अपने हाथों से दूध की रबड़ी खिलाते हैं ।रबड़ी वाले बाबा के पास श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है। रबड़ी वाले बाबा खुद ही अपने पैसों से हर रोज 120 लीटर से ज्यादा दूध खरीदते हैं और एक बड़ी सी कड़ाई में दूध की रबड़ी बना कर श्रद्धालुओं को मुफ्त में देते हैं । काला चश्मा लगा कर के रबड़ी बनाते बाबा सभी श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं । श्रद्धालु भी बाबा की राबड़ी खाकर बेहद खुश है उनका कहना है कि रबड़ी स्वादिष्ट है और बाकायदा बैठकर
अपने शिविर में बाबा प्रसाद के तौर पर खिलाते हैं।
जब हमने दूध रबड़ी वाले बाबा से बात की तो उन्होंने बताया कि कुंभ से पहले उनके मन में ख्याल आया कि भागदौड़ भरी जिंदगी में श्रद्धालु जो दूर दूर से आएंगे उनकी सेहत का भी ख्याल रखना है ऐसे में रबड़ी से अच्छा कुछ नहीं हो सकता ।जिसके चलते उन्होंने फैसला किया कि इस भी बार वह दूध रबड़ी खिलाकर अपने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद के तौर पर देंगे तो उधर देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु भी रबड़ी वाले बाबा से बेहद खुश नजर आए।