UP MLC Election: कामेश्वर सिंह बोले- युवाओं, शिक्षकों, वकीलों की मांगों के लिए संघर्ष करने वाले नेता हैं देवेंद्र प्रताप

Edited By Mamta Yadav,Updated: 16 Jan, 2023 09:03 PM

devendra pratap is the leader who struggles for the demands of youth

UP MLC Election: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने सोमवार को यहां दावा किया कि गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक खण्ड से पार्टी उम्मीदवार देवेन्द्र प्रताप सिंह युवाओं, शिक्षकों और अधिवक्ताओं की जायज मांगों के लिये...

देवरिया, UP MLC Election: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने सोमवार को यहां दावा किया कि गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक खण्ड से पार्टी उम्मीदवार देवेन्द्र प्रताप सिंह युवाओं, शिक्षकों और अधिवक्ताओं की जायज मांगों के लिये संघर्ष करने वाले नेता हैं। सिंह आज यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी उम्मीदवार सिंह 2016 में पहले समाजवादी पार्टी (सपा) से एमएलसी थे और एक घटना के कारण सपा से त्याग पत्र देकर युवाओं, शिक्षकों और अधिवक्ताओं के अधिकार के लिये संघर्ष की शुरूआत की थी।
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देवेंद्र प्रताप सिंह ने अखिलेश यादव से किया था त्याग पत्र मांगने का काम
उन्होंने कहा कि जब 2016 में सपा की सरकार थी, तो आगरा जिले के न्यू आगरा थाने का मजारिया हिस्ट्रीशीटर अनिल यादव को सपा की सरकार ने उसे लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया था। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में बहुत बड़ा भर्ती घोटाला हुआ था। उन्होंने कहा कि यह घोटाला केवल लोक सेवा आयोग में ही नहीं, बल्कि उस समय जितनी सरकारी भर्तियां हुई थी उनमें हुआ था। उसमें संविधान की बनाई हुई व्यवस्था के खिलाफ एक जाति विशेष के लोगों को नौकरी देने का काम किया गया था। इसका विरोध देवेंद्र प्रताप सिंह ने सड़क से लेकर सदन तक किया था और इसके लिये उन्होंने विधान परिषद में उस समय मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव से इस भ्रष्टाचार के खिलाफ त्याग पत्र मांगने का काम किया था।
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योगी सरकार में पांच लाख 40 हजार नौजवानों को सरकारी नौकरी मिली
सिंह ने कहा कि भाजपा युवाओं के लिये काम करने को तत्पर है। उन्होंने कहा कि 2007 से लेकर 2012 तक सुश्री मायावती की बसपा सरकार थी। उनके पांच वर्ष के शासनकाल में केवल 95 हजार सरकारी नौकरी दी गई, जबकि 2012 से 2017 तक सपा की अखिलेश सरकार थी और उनके शासनकाल मेंं दो लाख 85 हजार लोगों को रोजगार मिला था। वह भी एक जाति विशेष के लोगों को। जबकि 2017 से 2022 तक भाजपा के योगी सरकार में पांच लाख 40 हजार नौजवानों को सरकारी नौकरी मिली है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार मोटे अनाज की पैदावार तथा गौ आधारित खेती करने के लिये किसानों का आह्वान कर रही है। उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों तथा खेतों में रासायनिक दवाओं के प्रभाव के कारण आज पंजाब में वहां की करीब आधा से ज्यादा भूमि उसर हो चुकी है तथा देश में करीब 30 करोड़ लोग कैंसर नामक जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे बचाव का एक मात्र रास्ता है कि लोग गौ आधारित प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज का उपयोग हो, तभी मनुष्य का जीवन बचेगा।

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