Edited By Pooja Gill,Updated: 22 Mar, 2025 09:17 AM

लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी सहकारी बैंकों की 61 वीं वार्षिक बैठक में बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समितियों की क्रेडिट लिमिट 10 लाख से बढ़ाकर 15 लाख करने की घोषणा की, जिससे किसानों को अधिक वित्तीय सहायता...
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी सहकारी बैंकों की 61 वीं वार्षिक बैठक में बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समितियों की क्रेडिट लिमिट 10 लाख से बढ़ाकर 15 लाख करने की घोषणा की, जिससे किसानों को अधिक वित्तीय सहायता मिल सके। इसके साथ ही बलरामपुर जिले में सहकारी बैंकिंग को शुरू करने की उद्घोषणा की। मुख्यमंत्री योगी ने सहकारिता को प्रदेश की अर्थव्यवस्था की मजबूत नींव बताते हुए ये बातें इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक किसान, युवा उद्यमियों और एमएसएमई की आर्थिक तरक्की की रीढ़ हैं।
सीएम योगी ने सहकारी बैंकों से आह्वान किया कि वे युवा उद्यमियों को अधिक से अधिक अपने साथ जोड़ें। उन्होंने बताया कि सीएम युवा उद्यमी योजना के तहत 32 हजार से अधिक युवाओं को जोड़ा गया है। सहकारी बैंकों को भी इस योजना से लाभार्थियों को जोड़कर उनकी आर्थिक प्रगति में योगदान देना चाहिए। उन्होने सहकारी बैंकों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि 2017 में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंकों का सीडी रेशियो 44 प्रतिशत था, जो वर्तमान में बढ़कर 61 प्रतिशत हो गया है। साथ ही इन बैंकों का शुद्ध लाभ 100 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। यह सरकार की पारदर्शी नीतियों और बेहतर प्रबंधन का परिणाम है। योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में सहकारिता व्यक्तिगत स्वार्थ का अड्डा बन गई थी। इससे किसान परेशान थे और 16 बैंकों के लाइसेंस जब्त कर लिए गए।
'पीएम मोदी ने सहकारिता को नया जीवन दिया'
योगी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता को नया जीवन दिया और इसके लिए अलग मंत्रालय की स्थापना की। आज 50 में से 49 सहकारी बैंक लाभ में हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि बी पैक्स और सहकारिता के माध्यम से फटिर्लाइजर की जरूरतें पूरी करेगी और ब्लैक माकेर्िंटग पर सख्ती से रोक लगाएगी। इससे किसानों को उर्वरक उचित दामों पर मिलेगा और आपूर्ति सुचारू होगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने युवा उद्यमी विकास योजना के लाभार्थियों को चेक वितरित किए और जिला सहकारी बैंकों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संचालकों को सम्मानित किया। योगी ने सहकारी बैंकों को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से बैंक फ्रॉड से बचाव पर आधारित पत्रिका का विमोचन भी किया।