Edited By Ramkesh,Updated: 01 Aug, 2025 03:45 PM

दिल्ली से सटे गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में तैनात 28 वर्षीय अधिकारी अविनाश कुमार और उनकी 25 वर्षीय बहन अंजलि ने कथित रूप से सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। दोनों को गंभीर हालत...
गाजियाबाद (संजय मित्तल): दिल्ली से सटे गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में तैनात 28 वर्षीय अधिकारी अविनाश कुमार और उनकी 25 वर्षीय बहन अंजलि ने कथित रूप से सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। दोनों को गंभीर हालत में सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे आत्महत्या के पीछे की वजह अभी तक रहस्य बनी हुई है।
परिवार में पसरा मातम, पुलिस जांच में जुटी
पुलिस के अनुसार, घटना गुरुवार शाम गोविंदपुरम H-ब्लॉक की है। मृतकों के पिता सुखबीर सिंह, एक सरकारी विभाग में अधिकारी हैं, जबकि सौतेली मां सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। एसीपी कविनगर भास्कर वर्मा ने बताया कि उन्हें अस्पताल से सूचना (मीमो) मिलने पर घटना की जानकारी हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की, पर कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
दरवाजा बंद मिला, पड़ोसियों की मदद से की गई तोड़फोड़
सौतेली मां ने पुलिस को बताया कि जब वो गुरुवार शाम घर लौटीं, तो कमरे से कोई आवाज नहीं आई। दरवाजा बंद था और बच्चों के मोबाइल अंदर ही बज रहे थे। शोर मचाने पर पड़ोसी जमा हुए, जिन्होंने दरवाजे को काटकर खोला। अंदर दोनों भाई-बहन बेहोशी की हालत में पड़े थे। तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने बचाने की कोशिश के बावजूद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौसी का आरोप – सौतेली मां कर रही थी प्रताड़ना
मृतकों की मौसी रेखा (वसुंधरा निवासी) ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि अविनाश और अंजलि की मां की मृत्यु 2007 में हो गई थी, जिसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। रेखा के अनुसार, सौतेली मां द्वारा लगातार प्रताड़ना किए जाने से दोनों मानसिक रूप से परेशान थे। उन्होंने दावा किया कि इसी तनाव के चलते दोनों ने यह खौफनाक कदम उठाया।
अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं
पुलिस ने कहा है कि सभी पहलुओं से जांच जारी है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट व परिवारिक पूछताछ के बाद ही मृत्यु के सही कारण स्पष्ट हो सकेंगे। अविनाश और अंजलि के इस कदम ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है।