Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 Jun, 2023 05:16 PM

कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को यूपी के गोंडा में रैली के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। केंद्र की मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर गोंडा में रैली आयोजित की...
गोंडा: कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को यूपी के गोंडा में रैली के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। केंद्र की मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर गोंडा में रैली आयोजित की गई। उन्होंने रैली से बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि वह कैसरगंज से एक बार फिर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

गोंडा में आयोजित हुई इस रैली का आयोजन 2024 के चुनाव के लिए भाजपा के महासंपर्क अभियान के तहत किया गया था। अपने भाषण के दौरान पूर्व WFI प्रमुख ने विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित धरना दे रहे पहलवानों के विरोध का जिक्र नहीं किया, लेकिन शायराना अंदाज अपनाते हुए काफी कुछ कहा। रैली में शायरी बोलते हुए सिंह ने कहा कि कभी अश्क, कभी गम तो कभी जहर पिया जाता है। तब जाकर जमाने में जिया जाता है, ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मुझको याद किया जाता है। इसको रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से मेरा नाम लिया जाता है।"

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर 1971 में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री रहे होते तो पाकिस्तान द्वारा 1947 में और चीन द्वारा 1962 में हड़पी गई जमीन को मुक्त करा लिया होता। जिले के बालपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह अपना 23 मिनट का भाषण उर्दू शायरी से शुरू कर रामचरितमानस की चौपाई से उसका अंत किया। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘1947 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, देश का बंटवारा हुआ जिसका घाव अभी तक भरा नहीं है। जब कांग्रेस सत्ता में थी, पाकिस्तान द्वारा आक्रमण कर 78,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली गई। 1962 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, चीन ने हम पर हमला किया और 33,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली।'' उन्होंने कहा, ‘‘1971 में एक अप्रत्याशित घटना में 92,000 पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना द्वारा युद्ध बंदी बना लिया गया, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पुराना हिसाब निपटाए बगैर उन्हें छोड़ दिया। यदि मोदी जैसा प्रधानमंत्री होता तो कब्जा की गई जमीन मुक्त करा ली गई होती।''