Edited By Pooja Gill,Updated: 19 Dec, 2024 03:28 PM

UP News: संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी के बाद सियासत गरमा गई है। इस पर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि 'अमित शाह की टिप्पणी से बीआर...
UP News: संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी के बाद सियासत गरमा गई है। इस पर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि ''अमित शाह की टिप्पणी से बीआर आंबेडकर की गरिमा को ठेस पहुंची है, उनके अनुयायी आहत हैं, उन्हें टिप्पणी वापस लेनी चाहिए।''
'बाबा साहेब के अनुयायी अमित शाह को कभी माफ नहीं करेंगे'
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ''केंद्रीय मंत्री अमित शाह से अपना बयान वापस लेने की मांग की है। बाबा साहेब के अनुयायी अमित शाह को कभी माफ नहीं करेंगे और भाजपा की कोई भी चाल कामयाब नहीं होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भी हमेशा डॉ. आंबेडकर का विरोध किया है। खुद बाबा साहेब ने भी दलितों को कांग्रेस से दूर रहने की सलाह दी थी।
'दलितों के एकमात्र इनके भगवान केवल बाबा साहेब'
इससे पहले मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था कि '' दलितों व अन्य उपेक्षितों के लिए एकमात्र इनके भगवान केवल बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर हैं, जिनकी वजह से ही इन वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले हैं, तो उसी दिन इन वर्गों को सात जन्मों तक का स्वर्ग मिल गया था।''
अखिलेश ने भी साधा निशाना
अमित शाह की टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, जिनका मन ‘विद्वेष’ से भरा है, वो ‘देश’ क्या चलाएंगे। आज जो हुआ वो सिर्फ़ बाबासाहेब का ही नहीं, उनके दिये संविधान का भी अपमान है। ये भाजपा की नकारात्मक मानसिकता का एक और चरम बिंदु है। देश ने आज जान लिया है कि भाजपाइयों के मन में बाबासाहेब को लेकर कितनी कटुता भरी है। भाजपाई बाबासाहेब के बनाए संविधान को अपना सबसे बड़ा विरोधी मानते हैं क्योंकि उनको लगता है कि वो जिस प्रकार ग़रीब, वंचित, दमित का शोषण करके, उनके ऊपर अपना प्रभुत्व कायम करना चाहते हैं, उनकी इस बद मंशा के आगे संविधान ढाल बनकर खड़ा है।