Edited By Pooja Gill,Updated: 07 May, 2023 11:56 AM

समाजवादी पार्टी नेता मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान को अदालत से सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा सदस्यता रद्द हुई और स्वार विधानसभा रिक्त घोषित हो गई, जिस पर उपचुनाव हो रहा है और मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर समाजवादी...
रामपुर (रवि शंकर): समाजवादी पार्टी नेता मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान को अदालत से सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा सदस्यता रद्द हुई और स्वार विधानसभा रिक्त घोषित हो गई, जिस पर उपचुनाव हो रहा है और मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर समाजवादी पार्टी का मुस्लिम चेहरा कहलाए जाने वाले आजम खान ने सपा से अनुराधा चौहान को प्रत्याशी बनाकर सबको चौंका दिया है। स्वार विधानसभा क्षेत्र से पहली बार समाजवादी पार्टी ने हिंदू प्रत्याशी उतारा है, जिसको लेकर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में खासकर समाजवादी पार्टी के मुस्लिम वोट बैंक में विरोध के स्वर नजर आ रहे हैं। सेकुलर अंदाज में चुनाव प्रचार करने पहुंचे आजम खान ने जनता को हिंदू मुस्लिम एकता का पाठ पढ़ाया।

आजम खान ने इस दौरान कहा कि, हमारे ही वतन हिंदुस्तान में इमरजेंसी के नाम पर एक ऐसा दौर भी आया जब पूरे मुल्क को कहा गया कि कैद खाना बन गया। मैं बहुत छोटा था उस वक्त अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ता था। वकालत एक सबसे बड़ी डिग्री का नाम है, यूनियन के लोग पकड़े गए मैं भी पकड़ा गया, क्योंकि उस वक्त यूनियन का सेक्रेटरी था। मुझे अलीगढ़ की एक ऐसी कोठरी में रखा था। वहीं, उन्होंने कहा कि, हमारे साथ आज जो कुछ हुआ है यह कोई अजूबा नहीं है यह कुछ ऐसा नहीं है, जिसके लिए हम तैयार नहीं थे। यह हमारा हड्डी गोश्त हथकड़ियों के लिए आमादा नहीं है यहां की कोठरी और वहां की कोठरी में बस इतना फर्क था कि, यह जमीन के अंदर थी और वह जमीन के ऊपर थी। आजम खान ने कहा कि, कोई कसौटी ऐसी नहीं है जो हमारे सिर को झुका सके, आज हम दबे हुए सिर के साथ आपके सामने खड़े हुए हैं।

आजम खान ने अपनी स्पीच के दौरान कहा कि, पूरी दुनिया में सिर्फ दो बैंक अकाउंट है एक पार्लियामेंट की तनख्वाह और दूसरी उत्तर प्रदेश की विधानसभा का लखनऊ का बैंक अकाउंट उसके अलावा पूरी दुनिया में हमारा कुछ है तो जाओ भाजपा वालों तुम्हारे नाम कर दिया। वहीं, आजम खान ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जिक्र करते हुए कहां कि, वह किसी मां के शौहर नहीं थे, लेकिन हिंदुस्तान के हर बच्चे के बाप थे। इसलिए क्योंकि उन्होंने गुलामी से आजादी दिलाई थी, दे दी हमें आजादी बिना किसी चीज के, कोई जंग नहीं हुई एक चौकी जला दी गई तो बापू ने डांडी मार्च खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि एक ऐसा हिंदुस्तान जो किसी के खून के धब्बों पर आजाद हो मुझे ऐसा आजाद हिंदुस्तान नहीं चाहिए। आज क्या हो रहा है आजाद किए हुए हिंदुस्तान पर बापू के खून की छींटे हैं बापू की हत्या और मरते वक्त कौन सा शब्द निकला था, बापू के नाम से हे राम और आज राम के नाम पर एक बापू की हत्या।