Edited By Anil Kapoor,Updated: 01 Mar, 2023 03:41 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा 'माफिया को मिट्टी में मिला देंगे' की घोषणा के दो दिन बाद प्रयागराज (Prayagraj) विकास प्राधिकरण (PDA) ने बुधवार को घर को गिराना शुरू कर दिया। आरोपी लोग माफिया (Mafia) से नेता बने अतीक अहमद (Atik...
प्रयागराज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा 'माफिया को मिट्टी में मिला देंगे' की घोषणा के दो दिन बाद प्रयागराज (Prayagraj) विकास प्राधिकरण (PDA) ने बुधवार को घर को गिराना शुरू कर दिया। आरोपी लोग माफिया (Mafia) से नेता बने अतीक अहमद (Atik Ahmed) के रिश्तेदार हैं। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) में अतीक अहमद, उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उनके दो बेटों और उनके भाई अशरफ (Brother Ashraf) को आरोपी बनाया गया है।
घर अवैध रूप से निर्धारित मानदंडों के उल्लंघन में बनाया गया था और इसलिए इसे ध्वस्त किया जा रहा
जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज के करेली पुलिस थाने के चकिया में स्थित जो घर गिराया गया वह खालिद जाफर का बताया जाता है, जहां सितंबर 2020 में अतीक अहमद के अपने घर को "अवैध रूप से निर्माण" करने के लिए गिराए जाने के बाद शाइस्ता परवीन वर्तमान में रह रही थी। विध्वंस की पुष्टि करते हुए, पीडीए के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार चौहान ने कहा, "घर अवैध रूप से निर्धारित मानदंडों के उल्लंघन में बनाया गया था और इसलिए इसे ध्वस्त किया जा रहा है। मालिक को नोटिस जारी किया गया था और सभी आवश्यक प्रक्रिया का पालन किया गया था।" घर की कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपए आंकी गई है। उमेश पाल 2005 में प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में एक प्रमुख गवाह था। जिसमें अतीक अहमद और उनके भाई खालिद अजीम के अलावा कई करीबी मुख्य आरोपी हैं।
हथियारबंद लोगों के हमले में उमेश पाल और एक पुलिसकर्मी संदीप निषाद की हो गई मौत
गौरतलब है कि 24 फरवरी की शाम को प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में पाल और दो पुलिसकर्मियों पर उनके आवास के बाहर हथियारबंद लोगों ने फायरिंग कर दी थी। जिसमें उमेश पाल और एक पुलिसकर्मी संदीप निषाद की मौत हो गई, जबकि एक अन्य सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर है। उमेश पाल हत्याकांड में कथित भूमिका के लिए स्थानीय पुलिस ने सोमवार को अरबाज को एक मुठभेड़ में मार गिराया। अरबाज के लिंक पूर्व सांसद अतीक अहमद से सामने आए हैं। पुलिस के मुताबिक वह बचपन से ही अतीक के घर में घरेलू सहायिका का काम करता था। बाद में अरबाज ने अतीक के बेटों के लिए ड्राइवर का काम किया। एक पुलिस पूछताछ में पता चला है कि जिले के सल्लाहपुर इलाके के निवासी अरबाज ने 24 फरवरी को वह कार चलाई थी जिसमें हमलावर मौके पर पहुंचे और उमेश पाल और उनके सुरक्षा गार्डों पर गोलियां चलाईं।