Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Sep, 2024 03:18 PM
ताजमहल के पूर्वी गेट के बाहर की ओर बंदरों ने एक महिला पर्यटक पर हमला कर दिया। इससे वह गिरकर घायल हो गई। किसी तरह से परिजनों ने उन्हें संभाला। गौतलब है कि सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने भी बंदरो की समस्या कि बात उठायी थी लेकिन एसआई (ASI) ने जवाब में...
Agra News: ताजमहल के पूर्वी गेट के बाहर की ओर बंदरों ने एक महिला पर्यटक पर हमला कर दिया। इससे वह गिरकर घायल हो गई। किसी तरह से परिजनों ने उन्हें संभाला। गौतलब है कि सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने भी बंदरो की समस्या कि बात उठायी थी लेकिन एसआई (ASI) ने जवाब में पिछले एक साल के अंदर किसी भी घटना से इंकार किया था।
बता दें कि शनिवार की सुबह लगभग आठ बजे महिला पर्यटक शिल्पग्राम से ताजमहल पूर्वी गेट की ओर आ रही थी। इसी बीच रास्ते में ही बंदरों ने उन पर झपट्टा मारा। इससे उनकी चीख निकल गई। चीख निकलने पर बंदर भाग गया, लेकिन महिला पर्यटक हमले के कारण गिर गई। उसके पैर में चोटें आ गईं। महिला के साथ चल रही उनके परिवार की एक महिला ने उन्हें किसी तरह से उठाया और वहां पास की दुकान पर लेकर गई। वहां उन्हें पानी पिलाया। कुछ देर बाद वह ताजमहल का दीदार करने गईं। इस घटना को वहां से गुजर रहे गाइडों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। एक गाइड ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया। उसने सोशल मीडिया पर भी इस वीडियो को वायरल कर दिया। गाइडों का कहना है कि ताजमहल के पूर्वी गेट पर शिल्पग्राम तक और दूसरी वाली पार्किंग तक बंदरों का आतंक है। यूपी टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने कहा कि ऐसी घटना से व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े होते हैं।
पूर्व सीएम अखिलेश ने भी उठाया था सवाल
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो दिन पहले ताजमहल की अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाए थे। उन्होंने बंदरों द्वारा पर्यटकों को काटे जाने का भी बिंदु उठाते हुए एएसआई से सवाल पूछा था। हालांकि एएसआई के महानिदेशक डॉ. युद्धवीर रावत ने जवाब में कहा था कि पिछले एक साल में ताजमहल के अंदर बंदरों द्वारा पर्यटकों को काटे जाने की कोई घटना नहीं हुई है। लेकिन इस घटना ने एसआई के दावे की जमीनी हकीकत बयां कर दी है।