Edited By Imran,Updated: 21 Jan, 2022 06:12 PM

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और रोजाना नए-नए समीकरण सामने आ रहे हैं। इस बीच प्रदेश की महत्वपूर्ण सीटों पर होने वाले दिलचस्प मुकाबलों पर नजर ना डाली जाए, ऐसा कैसे हो सकता है। इस कड़ी में बात करते हैं राजधानी लखनऊ की सबसे महत्वपूर्ण...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और रोजाना नए-नए समीकरण सामने आ रहे हैं। इस बीच प्रदेश की महत्वपूर्ण सीटों पर होने वाले दिलचस्प मुकाबलों पर नजर ना डाली जाए, ऐसा कैसे हो सकता है। इस कड़ी में बात करते हैं राजधानी लखनऊ की सबसे महत्वपूर्ण सीट लखनऊ कैंट की। इस सीट पर मुलायम सिंह यादव की बहू और हाल ही में भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने वाली अपर्णा यादव कमल को जीत दिलाने के इरादे से उतारी गई हैं। वहीं, शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने इसी सीट से नौसेना के जवान रह चुके इंजीनियर अजय कुमार को टिकट दी है।
आम आदमी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई ने शुक्रवार को माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo App पर यूपी चुनाव को लेकर तीसरे चरण के उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इस सूची में 33 प्रत्याशियों का नाम शामिल किया गया है। आम आदमी पार्टी ने तीसरे चरण के प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए अपनी कू पोस्ट में लिखा, “नया साल, नई राजनीति। आम आदमी पार्टी ने 33 प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी की, जिसमें 1 पूर्व आईएएस, 2 डॉक्टरेट, 9 पोस्ट ग्रेजुएट एवं 13 ग्रेजुएट शामिल हैं। इस बार यूपी में चलेगी झाड़ू”
आम आदमी पार्टी ने अपनी इस पोस्ट के जरिये यूपी की जनता को यह संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी पढ़े-लिखे प्रत्याशियों पर ज्यादा फोकस कर रही है। आप यूपी में झाड़ू चलाने के लिए डिग्रीधारी उम्मीदवारों पर दावं लगा रही है। इस सिलसिले में शुक्रवार को लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में सांसद संजय सिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह जी की उपस्थिति में नौसेना में प्रमुख पदों पर रहे कर्नल अजय कुमार सिंह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए।
वहीं, इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बहू अपर्णा यादव लखनऊ कैंट से सपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं और उन्हें यहां की जनता ने बाहरी घोषित कर दिया था। अपर्णा ने पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ दावेदारी पेश की थी और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, इस बार वह भाजपा के ही टिकट से चुनाव लड़ रही हैं, तो क्या नतीजे होंगे, यह तो 10 मार्च को ही पता चलेगा।