Edited By Mamta Yadav,Updated: 01 Feb, 2025 09:05 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को महाकुंभ में मची भगदड़ के शिकार श्रद्धालुओं की सही संख्या सार्वजनिक करनी चाहिये।
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को महाकुंभ में मची भगदड़ के शिकार श्रद्धालुओं की सही संख्या सार्वजनिक करनी चाहिये।
भगदड़ में मरने वाले सभी लोग हिन्दू
अखिलेश यादव ने महाकुंभ की व्यवस्था और खोया-पाया केन्द्र को सेना के हवाले करने की मांग करते हुए कहा कि भाजपा सरकार पर किसी को भरोसा नहीं है। भाजपा सरकार हिन्दू विरोधी है। भगदड़ में मरने वाले सभी लोग हिन्दू हैं। उनके परिजन बिलख रहे हैं। अपनों को खोज रहें हैं, सरकार मृतकों और घायलों का नाम नहीं बता रही है। लाशों को छिपा रही हैं। अब तो संत, महात्मा और शंकराचार्य भी खुलकर कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री और सरकार ने झूठ बोला।
महाकुंभ में वीआईपी के लिए अलग इंतजाम था
उन्होंने दावा किया कि, 'सरकार हर बात छिपा रही है। महाकुंभ में वीआईपी के लिए अलग इंतजाम था, घाट थे लेकिन आम लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। सरकार ने जगह-जगह कुंभ में आऩे का निमंत्रण दिया, वीआईपी लोगों को बुलाया, ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था। फिर आपने खूब प्रचार भी किया। प्रचार किया तो इंतजाम भी करना था। अब तो साधू संत तक यूपी सीएम को झूठा कहने लगे हैं।
दो भगदड़ होने का दावा
गौरतलब है कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर दूसरे शाही स्नान से ठीक पहले भगदड़ मची थी। रात डेढ़ बजे मची इस भगदड़ में प्रशासन ने 30 लोगों के मरने की बात कही है हालांकि वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और रिपोर्टर्स की मानें तो संख्या बहुत ज्यादा होनी चाहिए। कुछ रिपोर्टर्स ने तो 40 शव गिनने तक की बातें कही हैं। इसके साथ ही उसी दिन तड़के भी एक भगदड़ के दावे हैं, उसमें भी कई लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही है, लेकिन यूपी सरकार ने इस दूसरी भगदड़ के बारे में अब तक कुछ नहीं बताया है।