Edited By Pooja Gill,Updated: 10 Feb, 2023 04:50 PM

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित होने से पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव एक दिन पहले वाराणसी पहुंचे थे। इस समिट को लेकर उन्होंने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए हमला किया है। सपा प्रमुख ने राज्य सरकार पर निशाना साधते...
लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित होने से पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव एक दिन पहले वाराणसी पहुंचे थे। इस समिट को लेकर उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि सम्मेलन में ऐसी कंपनियों के साथ एमओयू किए जा रहे हैं। जिन्हें महज एक कमरे से चलाया जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस राज्य को विकास के बजाय विनाश के रास्ते पर ले जा रही है।
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BJP के लोग जो बात कहे उसे जमीन पर उतारे- अखिलेश यादव
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि BJP के लोग जो बात कहे, उसे वो जमीन पर जरूर उतारे। उन्होंने कहा कि अब एमओयू के लिए जिलों में व्यापारी तलाशे जा रहे हैं। यह सरकार 20 लाख करोड़ रुपये के एमओयू का दावा कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले निवेशक शिखर सम्मेलन के दौरान, इसने पांच लाख करोड़ रुपये के एमओयू का दावा किया था, लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं दिखा। अखिलेश ने कहा कि अगर आज सरकार को 27 लाख करोड़ के MOU साइन हो रहे है तो उनमें से काशी को कम से कम 5 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट मिले और बाकी के सभी जिलों में इन्वेस्टमेंट बराबर बंट जाए।

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कांग्रेस के प्रवक्ता ने लगाया ये आरोप
कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने इस ‘ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट' को ‘ग्लोबल इवेंट समिट' बताते हुए लोगों को भ्रमित करने का सरकार पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार दावा करती है कि इस सम्मेलन से 21 लाख करोड़ रुपये का निवेश आएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उद्योग विभाग ने अकेले ही इस आयोजन के लिए करीब 320 करोड़ रुपये जारी किया है। उन्होंने कहा कि देश की निवेश प्रबंधन एजेंसियों को इसके लिए अनुबंधित किया गया है। सिंह ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि ये एजेंसियां कौन सी हैं और किस प्रक्रिया के तहत इन्हें रखा गया है और इन्हें कितना पैसा दिया गया है।