Edited By Ramkesh,Updated: 01 Jul, 2022 02:58 PM
उत्तर प्रदेश में रायबरेली के जिला अस्पताल में बीते दिनों बिजली गुल होने से जीवन रक्षक उपकरणों पर इलाज करा रहे दो मरीजों की मौत के मामले में शासन ने सख्ती बरतते हुए अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) का तबादला प्रयागराज कर दिया है। उनके अलावा...
रायबरेली: उत्तर प्रदेश में रायबरेली के जिला अस्पताल में बीते दिनों बिजली गुल होने से जीवन रक्षक उपकरणों पर इलाज करा रहे दो मरीजों की मौत के मामले में शासन ने सख्ती बरतते हुए अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) का तबादला प्रयागराज कर दिया है। उनके अलावा कई अन्य डॉक्टरों के भी अलग अलग जगहों पर तबादले हुए है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा वीरेंद्र सिंह ने शुक्रवार को बताया कि जिला अस्पताल की सीएमएस नीता साहू के खिलाफ कई आरोपों के कारण शासन ने उनका तबादला प्रयागराज कर दिया है। गौरतलब है कि यह मामला बीते मंगलवार का है, जब बेतहाशा बारिश होने से अस्पताल की बिजली गुल हो गयी थी, जिससे अस्पताल में भर्ती दो मरीजो की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गयी।
मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर उनके मरीजो को ऑक्सीजन न मिलने की वजह से मौत का जिम्मेदार ठहराया है। अगले दिन यह मामला जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के संज्ञान में आने पर उन्होंने इसकी जांच सिटी मजिस्ट्रेट तथा सीएमओ को सौंप दी। साहू को फिलहाल प्रयागराज में परामर्शदाता के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया है। सीएमओ के अनुसार सीएमएस के खिलाफ लापरवाही, हठधर्मिता और चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन सहित अन्य मामले पहले से विचाराधीन थे। शासन ने सीएमएस के तबादले के साथ ही जिला अस्पताल में काफी समय से जमे कई डॉक्टरों का तबादला कर दिया है। जिसमे डा अल्ताफ, डा बीरबल, डा जेके लाल आदि शामिल हैं।