Edited By Anil Kapoor,Updated: 04 May, 2025 10:53 AM

Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर हर साल आयोजित होने वाले प्रसिद्ध 'जेठ मेले' के लिए इस बार जिला प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पहलगाम...
Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर हर साल आयोजित होने वाले प्रसिद्ध 'जेठ मेले' के लिए इस बार जिला प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पहलगाम हमला, संभल हिंसा व वक्फ बोर्ड संशोधन को लेकर देश भर के जनमानस में विरोध व आक्रोश के मद्देनजर प्रशासन ने मेला कराने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। आगामी 15 मई से 15 जून तक बहराइच के दरगाह शरीफ में सैयद सालार मसूद गाजी की मजार पर हर साल 'जेठ मेला' लगना था। मेले में देश-विदेश से करीब 15 लाख लोगों के आने का अनुमान था।
विरोध और हिंसा की आशंका में प्रशासन ने मेला रोका
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) पहुप कुमार सिंह ने शनिवार को एक वीडियो बयान में कहा कि "बहराइच में हर साल जेठ मेला का आयोजन होता रहा है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों जैसे पहलगाम में आतंकी हमला, वक्फ बिल संशोधन व संभल हिंसा को लेकर जनमानस में विरोध व आक्रोश की स्थिति बनी हुई है। जेठ मेले में लाखों की भीड़ आती है, इसलिए शांति व सुरक्षा के दृष्टिगत इस आयोजन की अनुमति नहीं दी जा रही है। नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने कहा कि "दरगाह शरीफ प्रबंध समिति अध्यक्ष ने 15 अप्रैल को जिलाधिकारी को संबोधित पत्र में वार्षिक जेठ मेला आयोजन की बैठक के लिए आग्रह किया था।
अफसरों की रिपोर्ट ने रोक दी मेले की रौशनी
इस क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक (नगर), उपजिलाधिकारी सदर, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत से आख्या मांगी गई थी। इन सभी ने अपनी आख्या में स्पष्ट कहा है कि कानून व्यवस्था व उत्पन्न परिस्थितियों के कारण इस समय वार्षिक जेठ मेला की संस्तुति व अनुमति देना उचित नहीं है। इस स्थिति के क्रम में दरगाह मेला प्रबंधक को अवगत भी करा दिया गया है।" गौरतलब है कि हिंदूवादी संगठन बीते कई वर्षों से महाराजा सुहेलदेव को अपना आदर्श और सैयद सालार मसूद को आक्रांता बताते रहे हैं। जिस स्थान पर मेला लगता है उसे हिंदूवादी संगठन सूर्य कुंड बताते हैं।
सुहेलदेव बनाम गाजी की बहस में उलझा जेठ मेला
बताया जा रहा है कि 20 मार्च को एक कार्यक्रम में बहराइच आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में महाराजा सुहेलदेव के शौर्य की सराहना की थी। अपने भाषण में योगी ने यह भी कहा था कि ‘आक्रांता (गाज़ी) का महिमामंडन करना मतलब देशद्रोह की नींव को पुख्ता करना है और स्वतंत्र भारत ऐसे किसी भी देशद्रोही को स्वीकार नहीं कर सकता।” बीते दिनों सैयद सालार मसूद गाजी के नाम पर संभल में लगने वाले 'नेजा मेला' को वहां के प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार किया था।
उलझन, नीलामी और विरोध: आखिरकार झुका प्रशासन, मेला हुआ रद्द
बीती 23 मार्च को मेला प्रबंध समिति ने बहराइच के 'जेठ मेले' के लिए होने वाले ठेकों की नीलामी अचानक स्थगित कर दी थी, जिससे मेला लगने की संभावनाओं पर आशंका जताई जाने लगी। लेकिन कुछ ही दिन बाद 27 मार्च को नीलामी सम्पन्न हो जाने से मेला ना होने की आशंकाएं निर्मूल लगने लगीं और बहराइच में मेला कराए जाने के कयास लगाए जाने लगे थे। हालांकि हिंदूवादी संगठन लगातार मेले को रद्द करने की मांग कर रहे थे।