Edited By Mamta Yadav,Updated: 13 Jul, 2025 05:50 PM

बाराबंकी जिले के सिरौलीगौसपुर तहसील में कार्यरत प्रभारी तहसीलदार महिमा मिश्रा पर पक्षपातपूर्ण आदेश पारित करने और कथित लेनदेन के जरिए जमीन विवाद में गलत फैसला देने के आरोप लगे हैं। इसी से आहत होकर एक किसान लल्लाराम ने शुक्रवार रात खरपतवार नाशक दवा...
Barabanki News, (अर्जुन सिंह): बाराबंकी जिले के सिरौलीगौसपुर तहसील में कार्यरत प्रभारी तहसीलदार महिमा मिश्रा पर पक्षपातपूर्ण आदेश पारित करने और कथित लेनदेन के जरिए जमीन विवाद में गलत फैसला देने के आरोप लगे हैं। इसी से आहत होकर एक किसान लल्लाराम ने शुक्रवार रात खरपतवार नाशक दवा पीकर आत्महत्या की कोशिश की। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

पैसे लेकर पक्षपातपूर्ण आदेश देने का आरोप
ग्राम परसा निवासी लल्लाराम का भूमि विवाद गोंडा की एक महिला से चल रहा था। मामला न्यायालय में लंबित था और 9 जुलाई को दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद 11 जुलाई को आदेश सुरक्षित किया गया था। परिजनों का आरोप है कि तहसीलदार ने नियमों को दरकिनार कर विपक्षी पक्ष में जल्दबाज़ी में आदेश पारित कर दिया वह भी तब, जब 11 जुलाई को ही नए तहसीलदार की तैनाती हो चुकी थी। परिवार का दावा है कि यह आदेश पैसे लेकर पारित किया गया और वादी पक्ष को न्याय नहीं मिला। फैसले की सूचना मिलते ही लल्लाराम ने ज़हर खा लिया। पहले निजी अस्पताल और फिर दोबारा भर्ती कराए जाने के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं है।
एसडीएम प्रीति सिंह ने मामले की जांच शुरू की
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम प्रीति सिंह ने मामले की जांच शुरू कर दी है और तहसीलदार से जुड़ी पूरी पत्रावलियां तलब कर ली हैं। वहीं किसान के परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं और तहसीलदार महिमा मिश्रा पर खुला भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। बता दें, यह घटना न केवल तहसील स्तर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह दर्शाती है कि न्याय की आस में ग्रामीण किस हद तक टूट सकते हैं।