Edited By Ramkesh,Updated: 17 May, 2025 01:04 PM

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से बड़ी खबर सामने आई है। जहां पर अपनी पहचान छुपाकर रह रहे 90 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये पांच महीने से मथुरा में रह रहे हैं। इसकी खबर सुरक्षा एजेंसियों को नहीं थी। पकड़े गए आरोपी दो ईंट भट्ठों पर...
मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से बड़ी खबर सामने आई है। जहां पर अपनी पहचान छुपाकर रह रहे 90 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये पांच महीने से मथुरा में रह रहे हैं। इसकी खबर सुरक्षा एजेंसियों को नहीं थी। पकड़े गए आरोपी दो ईंट भट्ठों पर पहचान छुपाकर काम कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक आरोपी 12 वर्ष पूर्व घुसपैठ के जरिए देश में दाखिल हुए थे और कई प्रदेशों में मजदूरी करते हुए यहां पहुंचे थे।
दरअसल, एसएसपी श्लोक कुमार जिले में कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक के दौरान अवैध रूप से रहने वाले को लेकर जांच के निर्देश दिए थे। उसके सक्रिय हुई जिला पुलिस ने सर्च अभियान चलाया। नौहझील थाना पुलिस ने जरैलिया सेऊपट्टी स्थित आरबीएस ईंट उद्योग एवं मोदी ईंट उद्योग खाजपुर पर सर्च आपरेशन चलाया। भट्ठों पर काम कर रहे मजदूरों की बातचीत पर शक हुआ। इनका कहना था कि वे बंगाल के रहने वाले हैं, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके।
प्रदेश में कई ईंट भट्ठों पर काम कर चुके हैं आरोपी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सभी लगभग 12 साल पहले भारत में अवैध रूप से भारत में प्रवेश किए थे। उसके बाद राजस्थान, हरियाणा और उत्तर के गई जिलों में ईंट भट्ठों पर काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि भट्ठा संचालक द्वारा कम मजदूरी देने के चलते ठेकेदार के जरिए बाहरी मजदूरों को ही काम करने के लिए बुलाते हैं। ये श्रमिक भी ठेकेदार के जरिए ही यहां आए थे। ये आठ माह काम करने के बाद अन्य जिलों में संचालित भट्ठों एवं अन्य काम करते हैं। नौहझील पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी श्रमिकों ने भी ये बात स्वीकार की है।
विदेशी अधिनियम के तहत होगी कार्रवाई
एसएसपी ने बताया, पकड़े गए 90 बांग्लादेशियों में 35 पुरुष, 27 महिलाएं और 28 बच्चे हैं। इन्हें लाने वाले ठेकेदार की तलाश की जा रही है। पकड़े गए लोगों के खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।