Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Mar, 2025 05:14 PM

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक अजीबो गरीब मामला देखने को मिला। जहां एक बुजुर्ग सरकारी अधिकारियों के सामने खुद को जिंदा होने का सबूत दे रहा है। बुजुर्ग कह रहा है साहब में जिंदा हूँ, मुझे कागजों में जिंदा रखिए। लेकिन ग्राम पंचायत सचिव ने सरकारी...
Hathras News, (सूरज मौर्या): उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक अजीबो गरीब मामला देखने को मिला। जहां एक बुजुर्ग सरकारी अधिकारियों के सामने खुद को जिंदा होने का सबूत दे रहा है। बुजुर्ग कह रहा है साहब में जिंदा हूँ, मुझे कागजों में जिंदा रखिए। लेकिन ग्राम पंचायत सचिव ने सरकारी अभिलेखों में इस बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया है। अब इसे सरकारी अधिकारियों की लापरवाही कहे या उनकी भूल कि एक जिंदा आदमी को मुर्दा बना दिया।

दो-तीन महीने से नहीं मिली वृद्धा पेंशन
बता दे कि सादाबाद तहसील के गांव ढकरई में ग्राम पंचायत सचिव ने 75 वर्षीय राम खिलाड़ी को सरकारी अभिलेखों में मृत घोषित कर दिया। बुजुर्ग को इस बात का पता तब चला जब बुजुर्ग को मिलने वाली वृद्धा पेंशन दो-तीन महीने से नहीं मिली, तो वह विकास भवन हाथरस पहुंच गए। वहां कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें अभिलेखों में मृत दिखाया गया है, इसलिए उनकी पेंशन बंद कर दी गई है।

जीवित प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश
वहीं पेंशन विभाग के अनुसार, अब उन्हें किसी रजिस्टर्ड अफसर से जीवित प्रमाण पत्र बनवाना होगा। इसके बाद ही पेंशन फिर से शुरू होगी। बुजुर्ग व्यक्ति राम खिलाड़ी ने आज सादाबाद कोतवाली में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान एसडीएम संजय कुमार को इस मामले की शिकायत की। एसडीएम संजय कुमार ने सादाबाद खंड विकास अधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही बुजुर्ग के लिए जीवित प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश भी जारी किए हैं।