Edited By Umakant yadav,Updated: 01 Sep, 2021 09:43 AM
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में मसूरी पुलिस ने हिंदू महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में डासना देवी मंदिर के पुजारी स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती के विरुद्ध 4 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में मसूरी पुलिस ने हिंदू महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में डासना देवी मंदिर के पुजारी स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती के विरुद्ध 4 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) इराज राजा ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल कथित वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि पुजारी मंदिर परिसर के अंदर बैठे हैं और हिंदू महिलाओं के दूसरे धर्म के लोगों के साथ संबंधों पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। राजा ने बताया कि इस संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 505-एक (सी), 509, 504 और 506 तथा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारी ने कहा कि मामले में जांच के बाद विधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा के निर्देश के बाद पुलिस ने पुजारी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
यति नरसिंहानंद सरस्वती ने मुकदमे दर्ज होने और बयान पर विवाद बढ़ता देख सफाई दी है। उन्होंने गाजियाबाद सदर के सीओ को पत्र लिखकर वीडियो से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। कभी भी मातृशक्ति के लिए सार्वजनिक रूप से कोई अपमानजनक या उपहासजनक टिप्पणी नहीं की। वायरल वीडियो को लेकर महंत ने कहा कि इससे शर्मिंदा हूं, आहत हूं। नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि इस वीडियो के कारण जिन्हें भी ठेस पहुंची हो, हम क्षमा प्रार्थी हैं। सीओ को लिखे पत्र में नरसिंहानंद ने उन्हें आश्वस्त किया है जीवन में फिर कभी ऐसा नहीं होगा। उनका कहना है कि किसी ने साजिश के तहत छेड़छाड़ कर इसे सार्वजनिक कर दिया। महंत यति नरसिंहानंद ने अपनी सफाई में कहा है कि व्यक्तिगत वार्ता का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर साजिश के तहत छेड़छाड़कर सार्वजनिक किया है। छेड़छाड़ के कारण मेरी बातों के अर्थ का अनर्थ हो गया। ये वीडियो करीब सात से आठ महीने पहले का है।