Edited By Ramkesh,Updated: 04 Aug, 2020 08:04 PM
उत्तर प्रदेश में 16 जिले बाढ से प्रभावित हैं और शारदा, राप्ती एवं सरयू जैसी प्रमुख नदियां कुछ जगहों पर खतरे का निशान पार कर गयी हैं जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 16 जिले बाढ से प्रभावित हैं और शारदा, राप्ती एवं सरयू जैसी प्रमुख नदियां कुछ जगहों पर खतरे का निशान पार कर गयी हैं जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है । राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि महाराजगंज, आंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ, बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मउ, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर और सीतापुर जिले बाढ से प्रभावित हैं ।
उन्होंने बताया कि कुल 777 गांव बाढ की चपेट में हैं । शारदा नदी पलियांकला, राप्ती नदी बर्डघाट :गोरखपुर: और सरयू एल्गिन ब्रिज :बाराबंकी:, अयोध्या एवं तुर्तीपार :गोरखपुर: में खतरे के लाल निशान को पार कर गयी हैं । गोयल ने तटबंधों की स्थिति के बारे में बताया कि सोमवार को कहीं कहीं दिक्कत थी लेकिन उसे ठीक कर लिया गया है । बाढ के पानी से हालांकि उक्त गांवों की आबादी पर ज्यादा असर नहीं हुआ है । मरम्मत का कार्य जहां रह गया है, उसे जल्द पूरा कर लिये जाने की संभावना है ।
उन्होंने बताया कि राज्य में राहत कार्य तेजी से चल रहा है तथा 151 आश्रयस्थल बनाये गये हैं । राशन किट और खाने के पैकेट प्रभावित लोगों के बीच वितरित किये जा रहे हैं । कुल 1129 नौकाएं स्थानीय लोगों की मदद के लिए लगायी गयी हैं और 653 बाढ चौकियां स्थापित की गयी हैं जो स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रख रही हैं । मेडिकल टीम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें भी तैनात की गयी हैं । भाषा अमृत