Edited By Ajay kumar,Updated: 14 Jul, 2022 06:36 PM

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक 10 जनपथ पर बुलाई है। बैठक में 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के अलावा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा हो रही है। इससे पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एनडीए के...
लखनऊः कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक 10 जनपथ पर बुलाई है। बैठक में 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के अलावा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा हो रही है। इससे पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एनडीए के तरफ से घोषित राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर कांग्रेस खेमे में हलचल मचा दी है। इतना ही नहीं प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी को नसीहत तक डे डाली है।
प्रमोद कृष्णम ने अपने ट्वीट में लिखा- प.मोतीलाल नेहरु से लेकर आज तक कांग्रेस हमेशा “शोषित” वंचित और “आदिवासियों” के साथ खड़ी रही है,राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे “विचार” से बिलकुल उचित नहीं है,पार्टी हाई कमान को इस पर “पुनर्विचार” करना चाहिये.

आचार्य प्रमोद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से ही शोषित वंचित और आदिवासियों के लिए वकालत की है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से आग्रह किया है। पार्टी को द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना चाहिए पहली बार देश में आदिवासी महिला राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि मैं विपक्ष से कहना चाहता हूं एक आदिवासी महिला को निर्विरोध भारत का राष्ट्रपति चुना जाना चाहिए। द्रौपदी मुरमू निर्विरोध राष्ट्रपति बनती हैं तो यह भारत के लिए बेहतर साबित होगा। विश्व में भारत मिसाल कायम करेगा। मेरी बात का समर्थन करते हुए यशवंत सिन्हा को नाम वापस ले लेना चाहिए। बता दें कि यूपीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का बुधवार को भोपाल कमलनाथ के निवास पर स्वागत किया गया था।