जम्मू-कश्मीर में शहीद जवान राजेश खत्री को वाराणसी में अंतिम सलामी, उमड़ा जन सैलाब

Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 02:03 PM

the martyr s youngest rajesh khatri the last salute in varanasi

हमारे सेना के जवान अपनी तमाम खुशियां, परिवार और अपनों से दूर रह कर, धूप-छांव, ....

वाराणसीः हमारे सेना के जवान अपनी तमाम खुशियां, परिवार और अपनों से दूर रह कर, धूप-छांव, आंधी-तुफान की परवाह किए बिना दिन रात सीमा पर हमारी रक्षा के लिए मुस्तैद रहते है। हमारे सैनिकों की समर्पण और बलिदान के दम पर ही हम सभी अपने घरों में चैन की नींद सो पाते है।
वहीं विगत दिनों जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में वाराणसी का एक जवान शहीद हो गया था। शहीद जवान राजेश खत्री को आज वाराणसी में अंतिम सलामी दी गई। इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए हरिश्चंद्रघाट पर पार्थिव शरीर को ले जाया गया।

इससे पहले कल शहीद का पार्थिव शरीर 39 जीटीसी परिसर गेट नंबर 5 में दुर्गा मंदिर के समीप ग्राउंड पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। छावनी के ब्रिगेडियर एसएरहमान ने सुबह परिवार के लोगों के सामने उनको अंतिम विदाई दी।

महत्वपूर्ण यह है कि छावनी के अधिकारियों के जिला प्रशासन को सूचना देने के बाद भी उनका कोई भी प्रतिनिधि नहीं शामिल हुआ। शहीद राजेश खत्री नेपाल मूल के डोलेख तोरायण कस्बे के निवासी थे। पत्नी और दुधमुंहे बच्चे के साथ परिवार के लोगों ने आंसुओं के सैलाब के बीच अंतिम विदाई दी। इसके बाद हरिश्चंद्र घाट पर मुखाग्नि पिता ने दी। 

39 जीटीसी के ग्राउंड में सशस्त्र सलामी के बाद ब्रिगेडियर ने वीरनारी दीपा खत्री (शहीद की पत्नी) को हर संभव मदद का आश्वाशन दिया। इस दौरान प्रमुख रूप से कर्नल मनीष धवन समेत सैन्य अफसरों के अलावा जिला सैनिक बोर्ड के अफसर एससी मिश्रा भी रहे मौजूद। शहीद के शव को सैन्य परम्परा के तहत हरिश्चंद्र घाट पर दाह संस्कार किया गया।

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