Edited By Deepika Rajput,Updated: 16 Jun, 2019 03:31 PM
बिहार में चमकी बुखार का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि जायजा लेने आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के सामने एक बच्ची ने दम तोड़ दिया। दरअसल, रविवार को डॉ. हर्षवर्धन के साथ स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने मुजफ्फरपुर के...
मुजफ्फरपुरः बिहार में चमकी बुखार का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि जायजा लेने आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के सामने एक बच्ची ने दम तोड़ दिया। दरअसल, रविवार को डॉ. हर्षवर्धन के साथ स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान राजेपुर की रहने वाली निशा की मौत डॉ. हर्षवर्धन के निरीक्षण के दौरान ही हो गई।
इससे पहले हर्षवर्धन ने कहा कि वह इस घटना की लगातार निगरानी कर रहे हैं और वहां जाकर विभिन्न टीमों से मिलेंगे तथा राज्य स्तर की बैठक में भी भाग लेंगे। वह इस भयंकर रोग की रोकथाम के लिए दीर्घकालीन और अल्पकालीन उपायों को अपनानाने के बारे में भी विचार करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में दिन रात केंद्र एवं राज्य सरकार की टीमों की मुस्तैदी तथा निगरानी से लोगों में विश्वास बहाल हुआ है और जल्द ही हम इस पर नियंत्रण कर पाएंगे। हमारे मंत्रालय ने एक विशेषज्ञों की टीम वहां भेजी है और राज्य सरकार की मदद की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से उनकी दो बार मुलाकात हो चुकी है और गया तथा मुजफ्फरपुर में इस रोग के उभार के बारे में विचार विमर्श कर चुके हैं।
बता दें कि, इस बीमारी से अब तक मुजफ्फरपुर के दो अस्पतालों में कुल 84 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं सीएम नीतीश कुमार बच्चों की मौत पर संवेदना जाहिर की है। उन्होंने मृतक बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से शीघ्र ही 4-4 लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है।