Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Apr, 2018 06:39 PM

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में एक परिवार को मजबूरन अपने हक के लिए हरिद्वार तहसील में धरने पर बैठना पड़ा, जिसमें पीड़ित के पिता का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर जमीन किसी ओर के नाम पर कर दी गई।
हरिद्वार(सतीश गुजराल): उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में एक परिवार को मजबूरन अपने हक के लिए हरिद्वार तहसील में धरने पर बैठना पड़ा, जिसमें पीड़ित के पिता का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर जमीन किसी ओर के नाम पर कर दी गई।

जानकारी के अनुसार, मामला हरिद्वार के ग्राम अनेकी हेत्तमपुर का है, जहां राजेश के पिता की मृत्यु 2008 में हुई, जिसके बाद जब वह अपने जमीन के कागजों पर अपने पिता की जगह अपना नाम लिखवाने पहुंचा तो उसे पता चला कि पूर्व के तहसीलदार और पटवारी ने उसके ताऊ के लड़के का साथ मिलकर राजेश के पिता पीताम्बर का 1997 का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर साजिश के चलते उसकी 3 बीघा जमीन ताऊ के लड़के का नाम कर दी, जबकि उस समय राजेश के पिता जीवित थे।

बता दें कि साजिश का पता चलने पर राजेश ने हर अधिकारी के दर पर गुहार लगाई लेकिन केवल आश्वासन के अतिरिक्त उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। इसके साथ-साथ राजेश ने अदालतों के चक्कर भी काटे लेकिन आदेश उसके पक्ष में आने के बाद भी अभी तक कुछ हल नहीं निकला है। आखिर में राजेश अपने परिवार के साथ हरिद्वार तहसील परिसर में धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ा। उनका कहना है कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा वह अपने परिवार के साथ धरने पर बैठे रहेंगे।