Edited By Umakant yadav,Updated: 25 Jan, 2021 01:01 PM
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) पर योगी सरकार का शिकंजा थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार अब जेपीएनआईसी की एक और जांच कराने की तैयारी में हैं।
लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) पर योगी सरकार का शिकंजा थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार अब जेपीएनआईसी की एक और जांच कराने की तैयारी में हैं। जेपी सेंटर के काम को पूरा करने को लेकर हुई बैठक में जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
बता दें कि पिछले 4 सालों में यह जेपीएनआईसी की चौथी जांच होगी। इससे पहले 3 जांच सरकार द्वारा कराई जा चुकी है। पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार ने जेपीएनआईसी का निर्माण शुरू कराया था। जो कि अखिलेश का ड्रीम प्रोजेक्ट था। सपा सरकार बनते ही 2012 से 2017 के बीच इस सेंटर का निर्माण शुरू हुआ था। इसका शुरूआती बजट 864.99 करोड़ था, लेकिन बाद में इसकी लागत बढ़ती चली गई और अब-तक 821.74 करोड़ शासन से अवमुक्त भी कर दिए गए हैं। इसके बावजूद एलडीए ने परियोजना पूरा करने के लिए 110 करोड़ की और जरूरत बताई है।
जानिए, अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट में क्या है खास ?
बता दें कि जेपी सेन्टर के गेस्ट हाउस में 103 लग्जरी कमरे, 7 सूट, हेल्थ सेन्टर, रेस्टोरेंट, 7 फुट बाहर लटकता स्विमिंग पूल और हेलिपैड है। इसके अलावा कन्वेंशन ब्लॉक में 2000 लोगों के बैठने की क्षमता का हॉल है। साथ ही 1000 लोगों के बैठने की क्षमता का ऑडिटोरियम है। इनके अलावा भी कई बड़े सेमिनार हाल हैं।