Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 20 Oct, 2020 06:48 PM
यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड लाने की तैयारी कर रहा है। प्राधिकरण की रेटिंग तय करने के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। दो माह में रेटिंग मिल
नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड लाने की तैयारी कर रहा है। प्राधिकरण की रेटिंग तय करने के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। दो माह में रेटिंग मिल जाएगी। बॉन्ड से प्राधिकरण कोष का प्रबंध कर सकेगा और उसे बैंक से कर्ज लेने की जरूरत नहीं होगी। यीडा इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड लाने वाला देश का पहला ऐसा प्राधिकरण होगा।
यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुण वीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण कई बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहा है। इनमें नोएडा एयरपोर्ट, परी चौक से जेवर तक मेट्रो, फिल्मसिटी, टॉय सिटी, अपैरल पार्क, एमएसएमई क्लस्टर, हैंडीक्राफ्ट पार्क आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा तैयार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘इन परियोजनाओं पर काफी निवेश करने की जरूरत होगी। प्राधिकरण पर पहले ही 2,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। बैंकों से और ऋण लेने के बजाय बॉन्ड के जरिये कोष का इंतजाम करना बेहतर विकल्प है।
सिंह ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड से जुटाई गई राशि से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बॉन्ड लाने से पहले रेटिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रेटिंग तय करने वाली एजेंसी के रूप में ब्रिक वर्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण अपने क्षेत्र में 2024-25 तक बुनियादी ढांचे के विकास पर करीब 18 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा। इसमें से करीब छह हजार करोड़ रुपये ग्रेटर नोएडा से नोएडा एयरपोर्ट तक मेट्रो पर खर्च होंगे। ढाई हजार करोड़ रुपये फिल्मसिटी पर खर्च होंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने पर 4,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।