क्या सुलतानपुर में होगा त्रिकोणीय मुकाबला या फिर मेनका गांधी लहराएगी भगवा ? जानिए समीकरण

Edited By Ramkesh,Updated: 24 May, 2024 06:34 PM

will there be a triangular contest in sultanpur or will maneka

नेहरू-गांधी परिवार की परंपरागत सीट अमेठी के निकट सुलतानपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार मेनका गांधी के प्रचार अभियान से पार्टी के बड़े नेता गायब हैं और अपनी संसदीय सीट बरकरार रखने के लिए वह अकेले मेहनत कर रही हैं।

सुलतानपुर: नेहरू-गांधी परिवार की परंपरागत सीट अमेठी के निकट सुलतानपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार मेनका गांधी के प्रचार अभियान से पार्टी के बड़े नेता गायब हैं और अपनी संसदीय सीट बरकरार रखने के लिए वह अकेले मेहनत कर रही हैं। 

मायावती ने सपा बीजेपी की बढ़ा दी है टेंशन 
अहम बात यह भी है कि कोई विपक्षी नेता भी उनके खिलाफ प्रचार नहीं कर रहा है। इस सीट पर उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) उम्मीदवार के राम भुआल निषाद से है और दोनों के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। इसके अलावा मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार उदराज वर्मा कुर्मी बिरादरी से आते हैं और वह भाजपा के साथ-साथ सपा उम्मीदवारों के लिए भी परेशानी का सबब बन रहे हैं। वह अन्य पिछड़े वर्ग के वोटों में सेंध लगाने की जुगत में हैं। 

 सुलतानपुर सीट पर दूसरी मेनका गांधी को बीजेपी ने बनाया प्रत्याशी 
उत्तर प्रदेश की सुलतानपुर सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रही मेनका गांधी ने पिछला चुनाव करीब साढ़े 14 हजार वोटों के अंतर से जीता था। वह इस बार बड़े अंतर से जीत दर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। मेनका ने कहा कि चुनाव में उनका ध्यान स्थानीय मुद्दों पर है। उन्होंने कहा कि इस बार उनकी जीत का अंतर पहले से कहीं ज्यादा होगा। मेनका अपने चुनाव प्रचार का ज्यादातर जिम्मा खुद ही संभाल रही हैं। भाजपा के शीर्ष नेताओं में से सिर्फ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही सुलतानपुर में प्रचार किया है। 

चुनाव प्रचार के आखिरी दिन वरुण गांधी ने मां के लिए किया प्रचार 
आदित्यनाथ ने बुधवार को काजीपुर में उनके पक्ष में एक सभा को संबोधित किया था। मेनका के बेटे एवं पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया। वरुण ने बृहस्पतिवार को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अपनी मां के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। मेनका के खिलाफ न तो उनके भतीजे राहुल गांधी और न ही भतीजी प्रियंका गांधी वाद्रा प्रचार करने आये। मेनका गांधी का कहना है कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में न तो राम मंदिर कोई चुनावी मुद्दा है और न ही वरुण गांधी का टिकट कटना कोई मुद्दा है। उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण से खुश हैं लेकिन ‘‘यहां के चुनावों में यह कोई मुद्दा नहीं है।''

मैं जाति या मजहब के चश्मे से नहीं देखती:  मेनका गांधी 
 मेनका ने कहा, ‘‘अपनी जरूरतों के संबंध में मेरे पास आने वाले लोगों को मैं जाति या मजहब के चश्मे से नहीं देखती। मेरे क्षेत्र में हर कोई मेरा अपना है और मैं उनके बेहतर भविष्य की जिम्मेदारी लेती हूं।'' उन्होंने कहा कि वह रायबरेली से कांग्रेस का सफाया करने के भाजपा के आह्वान पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती हैं और वह अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को दूर करने पर ध्यान दे रही हैं। अर्से तक रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने किया, लेकिन इस बार उनके बेटे एवं मेनका के भतीजे राहुल गांधी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। अमेठी और रायबरेली सुलतानपुर जिले के निकट हैं।

 संजय निषाद ने मछुआरा समाज को बीजेपी के साथ जोड़ा 
 राहुल गांधी इस बार जहां रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं नेहरू-गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा अमेठी से भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ मैदान में हैं। भाजपा को भरोसा है कि उसके सहयोगी एवं निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद के आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनने से सुलतानपुर में मछुआरा समुदाय के लगभग दो लाख मतदाता भाजपा से जुड़ जाएंगे। भाजपा की जिला इकाई के अध्यक्ष आर.के. वर्मा ने कहा कि यहां के लोग ‘‘मोदी-योगी'' (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) के लिए अच्छी सोच रखते हैं।

 सपा का आरोप- मेनका सुलतानपुर की स्थायी निवासी नहीं
उन्होंने कहा कि आम लोगों को विभिन्न योजनाओं के तहत शौचालय, घर और मुफ्त खाद्यान्न मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी व्यक्ति मेनका जी के पास मदद के लिए आता है, वह उसकी जाति और धर्म देखे बिना मदद करती हैं।'' समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता अनूप संडा का कहना है कि मेनका सुलतानपुर की स्थायी निवासी नहीं हैं, वह दिल्ली से आती हैं और हर माह एक हफ्ते या 10 दिन के लिए यहां रहती हैं। उन्होंने कहा कि सुलतानपुर के लोग सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सकारात्मक नजरिये से देखते हैं।

सुलतानपुर बाजार के रहने वाले राम बिहारी ने मेनका के बारे में कहा, ‘‘मेनका गांधी एक दयालु महिला हैं। वह लोगों की समस्याओं को हल करते समय किसी की जाति-धर्म नहीं देखती हैं।'' एक अन्य निवासी मनोज कुमार ने कहा कि मेनका गांधी एक बड़ी नेता हैं और अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं को प्रधानमंत्री और अन्य केंद्रीय मंत्रियों की मदद से हल कराती हैं। मेनका गांधी मुस्लिम बहुल इलाकों में भी प्रचार करने जा चुकी हैं। स्थानीय निवासी कमरुद्दीन आलम कहते हैं, ‘‘मेनका जी अपनी फरियाद लेकर उनके पास जाने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करती हैं।'' सुलतानपुर में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत आगामी 25 मई को मतदान होना है।

 

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