Edited By Anil Kapoor,Updated: 01 Apr, 2023 09:54 AM

अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Temple) का निर्माण कार्य चल रहा है और अक्टूबर या नवंबर 2023 तक प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। उसके बाद फर्श और छतों पर मार्बल लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि 2024 में मकर संक्रांति या उसके आसपास शुभ मुहूर्त...
अयोध्या(संजीव आजाद): अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Temple) का निर्माण कार्य चल रहा है और अक्टूबर या नवंबर 2023 तक प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। उसके बाद फर्श और छतों पर मार्बल लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि 2024 में मकर संक्रांति या उसके आसपास शुभ मुहूर्त में गृभगृह में रामलला (Ramlala) को विराजमान किया जाएगा। मंदिर (Temple) को कुछ इस तरह से बनाया जा रहा है कि हजारों वर्ष तक खूबसूरती बनी रहे। इसके साथ ही भविष्य में कभी भूकंप (Earthquake) भी आए तो राम मंदिर (Ram Mandir) को किसी भी तरह का नुकसान ना पहुंचा सके।
राम मंदिर की भव्यता के अनुसार श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए होंगे कुल पांच प्रवेश द्वार
जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर की भव्यता के अनुसार श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए कुल पांच प्रवेश द्वार होंगे। सबसे पहले सिंह द्वार होगा, दूसरा नृत्य मंडल, तीसरा रंग मंडप चौथा कौली और पांचवा गर्भग्रह और परिक्रमा द्वार इसमें शामिल होगा। राम मंदिर में कुल 24 दरवाजे बनाये जा रहे हैं। इन दरवाजों को महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर की श्रेष्ठतम सागवान लकड़ी से बनाया जाएगा और इसकी चौखट को संगमरमर के पत्थर से तराशा जाएगा और मंदिर का मुख्य द्वार मकराना के सफेद संगमरमर के पत्थर से बनाया जाएगा। यही नहीं दरवाजों की खूबसूरती के लिए चांदी आदि का भी प्रयोग किया जा सकता है।

राम मंदिर में अभी भी बाहर से प्रसाद आदि ले जाना है वर्जित
आपको बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि राम मंदिर में अभी भी बाहर से प्रसाद आदि ले जाना वर्जित है। रामलला के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अभी ट्रस्ट द्वारा बनवाया गया स्पेशल इलायची दाना प्रसाद स्वरूप दिया जा रहा है। लेकिन भविष्य में श्रद्धालुओं को लड्डू का प्रसाद देने की योजना है। जिसके लिए एक शुल्क भी निर्धारित किया जाएगा, जिससे अपनी श्रद्धा निकाल श्रद्धालु प्रसाद अपने घर ले जा सके।