Edited By Mamta Yadav,Updated: 24 Jan, 2023 03:52 AM
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Ramcharitmanas Controversy: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर विवादित टिप्पणी (controversial comment) के बाद हिंदूवादी संगठनों (Hinduist Organizations) के निशाने पर आ गए...
आगरा, Ramcharitmanas Controversy: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर विवादित टिप्पणी (controversial comment) के बाद हिंदूवादी संगठनों (Hinduist Organizations) के निशाने पर आ गए हैं। ताजनगरी आगरा (Agra) में अखिल भारत हिंदू महासभा (All India Hindu Mahasabha) के स्थानीय नेता ने सोमवार को सपा नेता और विधान परिषद सदस्य मौर्य की जीभ ‘काटने' वाले को 51 हजार रुपये बतौर इनाम देने की घोषणा की।
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मौर्य की जीभ काट देता है तो उसे 51 हजार रुपये का चेक
बता दें कि महासभा के आगरा जिला प्रभारी सौरभ शर्मा ने कहा, ‘‘कोई भी साहसी व्यक्ति अगर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काट देता है तो उसे 51 हजार रुपये का चेक बतौर इनामी राशि दी जाएगी। उन्होंने हमारे धार्मिक ग्रंथ का अपमान किया है और हिंदुओं की भावना आहत की है।'' इस बीच, अखिल भारत हिंदू महासभा के सदस्यों ने मौर्य के बयान के विरोध में सोमवार को आगरा में उनकी सांकेतिक अर्थी निकाली और उनके पुतले को यमुना में फेंक दिया।
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बता दें कि वर्ष 2014 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा के महासचिव रहते हुए भी हिंदू देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने लखनउ में कर्पूरी ठाकुर भागीदारी महासम्मेलन में दलितों से अपील की थी कि वे शादी-ब्याह में गौरी-गणेश की पूजा न करें। उन्होंने कहा था कि यह मनुवादी व्यवस्था में दलितों और पिछड़ों को गुमराह कर उन्हें शासक से गुलाम बनाने की चाल है। इतना ही नहीं मौर्य ने कहा, 'मनुवादी लोग सुअर को वाराह भगवान कहकर सम्मान दे सकते हैं। गधे को भवानी, उल्लू को लक्ष्मी और चूहे को गणेश की सवारी कहकर पूज सकते हैं लेकिन शूद्र को सम्मान नहीं दे सकते।