Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Nov, 2023 10:13 PM

श्री कृष्ण जन्म भूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष और कृष्ण जन्म भूमि से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले केस के पक्षकार फलाहारी दिनेश शर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने खून से चिट्ठी लिखी है और मांग की है कि वह प्राचीन कृष्ण मंदिर जाएं वहां पर असली गर्भगृह में...
Mathura News, (मदन सारस्वत): श्री कृष्ण जन्म भूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष और कृष्ण जन्म भूमि से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले केस के पक्षकार फलाहारी दिनेश शर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने खून से चिट्ठी लिखी है और मांग की है कि वह प्राचीन कृष्ण मंदिर जाएं वहां पर असली गर्भगृह में पूजा करें और जहां पर मुगल शासकों द्वारा अतिक्रमण करके जो बिल्डिंग बनाई गई है, उस बिल्डिंग को सील करने की कृपा करें।

दिनेश शर्मा ने अंदेशा जताया कि कृष्ण मंदिर के प्राचीन साक्ष्यों को ईदगाह कमेटी वाले लोग नष्ट करने में लगे हुए हैं अतः इस बिल्डिंग को सील करना बहुत ही जरूरी है। दिनेश शर्मा लगभग 3 वर्ष से अपने पैरों में जूता चप्पल नहीं पहनते हैं और अभी उन्होंने कुछ दिन पहले अन्न त्यागने का भी फैसला लिया था उनका संकल्प है कि जब तक मंदिर से मस्जिद नहीं हट जाएगी तब तक वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। शर्मा द्वारा अपने खून से चिट्ठी लिखने पर शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया है। दिनेश शर्मा ने 14वीं बार अपने खून से चिट्ठी लिखी है। उन्होंने पहले भी अपने खून से चिट्ठी लिखकर ईदगाह मस्जिद को सील करने की मांग की थी। उन्होंने पहले न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था की ईदगाह मस्जिद को गंगाजल से धो कर शुद्ध करने की कृपा करें और वहां पर लड्डू गोपाल जी का अभिषेक करें।

श्री कृष्ण जन्म भूमि से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले लगभग 16 मुकदमे न्यायालय इलाहाबाद हाईकोर्ट में पहुंच चुके हैं। दिनेश शर्मा सुप्रीम कोर्ट में भी पूजा उपासना अधिनियम 1991 को हटाने के लिए न्यायालय में केस लड़ रहे हैं। दिनेश शर्मा कई बार अपनी हत्या के आशंका जता चुके हैं लेकिन शासन प्रशासन द्वारा अभी तक उनकी सुरक्षा नहीं की गई है। पहले उन्होंने शासन प्रशासन पर आरोप लगाया था कि यदि उनकी हत्या हो जाती है तो मथुरा डीएम एसपी जिम्मेदार होंगे। फलहारी दिनेश शर्मा शुरू से ही हिंदुत्व के लिए कार्य करते रहे हैं और यहां के बृजवासियों के बहुत ही प्रिय हैं।