Edited By Ramkesh,Updated: 07 Apr, 2025 01:04 PM

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक महिला का शव गेहूं के खेत में मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मृतक महिला की पहचान शहनाज बानो के रूप में हुई है, जिसकी शादी मकबूल अहमद से हुई थी। मकबूल सऊदी अरब में नौकरी करता है, और शहनाज अपने...
प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक महिला का शव गेहूं के खेत में मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मृतक महिला की पहचान शहनाज बानो के रूप में हुई है, जिसकी शादी मकबूल अहमद से हुई थी। मकबूल सऊदी अरब में नौकरी करता है, और शहनाज अपने ससुर के साथ रहती थी।

विवाहिता का युवक के साथ चल रहा था प्रेम प्रसंग
शहनाज का कई सालों से इरफान नामक युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। वह 2 अप्रैल की रात इरफान के साथ घर से चली गई थी। इसके बाद उसके ससुर ने थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई थी। कुछ दिनों बाद शहनाज का शव लालगंज थाना क्षेत्र के गौतमपुर वार्ड में एक खेत में मिला। जांच में सामने आया कि शहनाज 4 महीने की गर्भवती थी और इरफान के साथ मिलकर गर्भपात कराने एक निजी अस्पताल 'संजीवनी नर्सिंग होम' गई थी। वहां डॉक्टर नफीस ने बिना कानूनी अनुमति के गर्भपात किया, जिसके दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग से शहनाज की मौत हो गई।

प्रेमी से 4 माह की गर्भवती थी मृतक महिला
एसपी ने बताया कि मृतक महिला चार माह की गर्भवती थी वह अपने प्रेमी इरफान के साथ गर्भ का गर्भपात करवाने लालगंज के निजी संजीवनी अस्पताल पहुंची, जहां गर्भपात के दौरान महिला शहनाज बानो को अधिक ब्लीडिंग हुई। जिसके चलते उसकी अस्पताल में मौत हो गई। वहीं प्रेमी इरफान और डॉक्टर नफीस अहमद ने शव को छुपाने के नियत से बाइक से शव ले जाकर रात में गेहूं के खेत में फेंक दिया। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों को जेल भेज दिया है। प्रेमी ने अपनी करतूत छिपाने के लिए लाश को ही छिपाकर सभी को गुमराह करने के फिराक में थी। हालांकि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शव छिपाने की नीयत से प्रेमी ने शव को खेत में फेंका
शव छिपाने की नीयत से इरफान और डॉक्टर नफीस ने शहनाज के शव को खेत में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों को गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले में संजीवनी नर्सिंग होम और कल्पना अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भी कार्रवाई की गई है। प्रशासन ने दोनों संस्थानों को सील कर दिया है और डॉक्टर हसनैन के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।