Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 16 Jan, 2021 05:32 PM

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय सचिव उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि योगीराज में यह कैसा दोहरा मापदंड है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग कार्यक्रम के तहत धन संग्रह जबकि शहरों में रातों रात छोटे मंदिरों का गायब कर दिया जा रहा है। करछना...
प्रयागराज: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय सचिव उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि योगीराज में यह कैसा दोहरा मापदंड है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग कार्यक्रम के तहत धन संग्रह जबकि शहरों में रातों रात छोटे मंदिरों का गायब कर दिया जा रहा है। करछना से विधायक उज्जवल रमण ने शनिवार को अपने एक बयान में कहा कि योगी-मोदी सरकार को छोटे मंदिर छोटे लोग नहीं पसंद है, तभी तो अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के लिए घर घर सहयोग कार्यक्रम के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) धन एकत्रित शुरू कर दिया है और वहीं दूसरी तरफ लोगों के घरों के आस-पास स्थित दशकों से स्थापित मंदिरों को रातों रात उजाड़ दिया जा रहा है। यह कैसा भाजपा का दोहरा मापदंड है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार मे कोई भी मंदिर को नहीं तोड़ा गया और ऐसा होता तो हिन्दू धर्म खतरे में का नारा लगा कर भाजपाई सड़क पर आ जाते। उन्होंने कहा कि इतिहास उठा कर देख ले इलाहाबाद में औरंगजेब के समय में भी इतने मंदिर नहीं टूटे जितने योगीराज मे अतिक्रमण, सड़क चौड़ीकरण के नाम पर मंदिर एवं मस्जिद को उजाड़ा गया हैं। सिंह ने कहा कि योगी सरकार ठोको नीति की निंदा के बाद उजाड़ो नीति पर चल रही हैं। वो चाहे मंदिर-मस्जिद या आम जनता हो सब पर बुलडोजर चलाने का कार्य कर जनता को डराने धमकाने मे लगीं हैं, पर उनको यह नहीं मालूम कि जनता डरने वाली नहीं हैं।
सपा जिला उपाध्यक्ष के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विनय कुशवाहा ने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना में पैसे की बरबादी ही हो रही हैं, कोई योजना आम जनता के हितों को ध्यान में रख कर नहीं बनायें जा रहे हैं। सड़क चौड़ीकरण के नाम पर लोगों के घरों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा स्मार्ट सिटी मिशन, पीडीए, नगर निगम, पुलिस आदि विभागों में कोई समन्वय नहीं है। सब अपने हिसाब एवं अदूरदर्शिता से कार्य कर रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण धोबी घाट नाइट माकेर्ट है। एक विभाग खुलवाता हैं दूसरे बंद करा देते हैं। इसमें विभाग की नहीं नुकसान गरीब दुकानदार व आम जनता का होता हैं।