Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 04 Jun, 2020 06:09 PM
69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र में आए कुछ गलत प्रश्नों की वजह से हाईकोर्ट ने इसी भर्ती प्रक्रिया पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके विरोध में अभ्यर्थियों ने याचिका दाखिल की...
प्रयागराजः 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र में आए कुछ गलत प्रश्नों की वजह से हाईकोर्ट ने इसी भर्ती प्रक्रिया पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके विरोध में अभ्यर्थियों ने याचिका दाखिल की है। वह प्रश्न जो कि विवादों की वजह बनें इस प्रकार हैं।
1.(प्रश्न संख्या-39) ‘नाथपंथ' नामक संप्रदाय के प्रवर्तक कौन थे?
इस प्रश्न का सही उत्तर ‘विकल्प संख्या -1 मत्स्येन्द्रनाथ' बताया गया जबकि याचियों ने ‘विकल्प संख्या -2 गोरखनाथ' को सही उत्तर होने का दावा किया है।
2.(प्रश्न संख्या -70) निम्न लिखित में कौन सा एक सामाजिक प्रेरक है?
इस प्रश्न का सही उत्तर ‘विकल्प संख्या -1 आत्मगौरव' बताया गया है जबकि याचियों ने ‘विकल्प संख्या -2 प्रेम' को सही उत्तर बताया है।
3. (प्रश्न संख्या-131) इनमें से भारतीय संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
इस प्रश्न का सही उत्तर ‘विकल्प संख्या -1 डॉ. सचिदानन्द सिन्हा' को बताया गया है। जबकि याचियों की ओर से कहा गया कि सभी अधिकृत पुस्तकों व लोकसभा की वेबसाइट तक पर ‘डॉ. राजेन्द्र प्रसाद' को सही उत्तर बताया गया है।
4.(प्रश्न संख्या-137) पढ़ने-लिखने की अक्षमता है।
इस प्रश्न का सही उत्तर ‘विकल्प संख्या 2 डिस्लेक्सिया' बताया गया है जबकि याचियों का कहना है कि ‘विकल्प संख्या-3 डिस्प्रेक्सिया' सही उत्तर है।
5. (प्रश्न संख्या-143) ‘शैक्षिक प्रशासन उपयुक्त विद्यार्थियों को उपयुक्त शिक्षकों द्वारा समुचित शिक्षा प्राप्त करने योग्य बनाता है जिससे वे उपलब्ध साधनों का उपयोग करके अपने प्रशिक्षण में सर्वोत्तम को प्राप्त करने में समर्थ हो सकें' यह परिभाषा दी गई है।
इस प्रश्न का सही उत्तर कुंजी में ‘विकल्प संख्या -3 ‘वेलफेयर ग्राह्य' बताया गया जबकि याचियों का कहना था कि इस प्रश्न का इंग्लिश वर्जन अलग है, और सही उत्तर ‘ग्राहम बेलफोर' का विकल्प ही नहीं दिया गया है।