Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 30 May, 2024 11:36 AM
![rebel sp mla pooja pal and her brother forcibly occupied land](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_11_36_453363372unnamed-ll.jpg)
समाजवादी पार्टी की बागी महिला विधायक पूजा पाल के खिलाफ जमीन कब्जा करने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई है। पूजा पाल समेत 9...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी की बागी महिला विधायक पूजा पाल के खिलाफ जमीन कब्जा करने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई है। पूजा पाल समेत 9 लोगों के खिलाफ प्रयागराज में शिकायत दर्ज की गई है। कोर्ट के आदेश के बाद वादी उमेश सिंह की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है। पूजा पाल के साथ ही उनके भाई राहुल पाल वा आठ अन्य के खिलाफ भी क्रिमिनल केस दर्ज हुआ है। ACJM कोर्ट के आदेश पर सभी के खिलाफ प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट के एयरपोर्ट थाने में केस दर्ज हुआ। उमेश सिंह प्रॉपर्टी डीलर हैं। वहीं, पूजा पाल चायल से विधायक हैं। वह इससे पहले इलाहाबाद की शहर पश्चिमी सीट से भी दो बार विधायक रह चुकी हैं।
आईपीसी की धारा 447 - 506 और 427 के तहत केस दर्ज हुआ। शहर के सिविल लाइंस इलाके के रहने वाले उमेश सिंह ने एफ आई आर दर्ज कराई। उमेश का आरोप है कि समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल, उनके भाई राहुल पाल व सात अन्य सहयोगियों ने पीपल गांव के मौजा शाह स्थित उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया और अवैध तरीके से उसकी प्लाटिंग की गई। इस मामले में शिकायत किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायतकर्ता उमेश सिंह का आरोप है कि एतराज जताए जाने पर आरोपियों ने उसे अंजाम भुगतने की धमकी दी और साथ ही मारपीट की कोशिश भी की गई। इस पर उन्होंने जिला अदालत में केस दाखिल किया। कोर्ट के आदेश पर अब समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल समेत 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
कौन हैं पूजा पाल?
पूजा पाल पूर्व विधायक राजू पाल की पत्नी हैं। राजू पाल की जनवरी 2005 में हत्या कर दी गई थी। पूजा पाल ने राज्यसभा चुनाव में सपा के खिलाफ वोट किया था। उन्होंने तब कहा था कि मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट दिया। पूजा पाल के मुताबिक, मेरे विधायक पति की सरेआम हत्या कर दी गई। मैंने उन्हें न्याय दिलाने के लिए वर्षों तक इंतजार किया। सीएम योगी ने माफिया का अंत करके मुझे न्याय दिलाया है। पूजा पाल की शादी 16 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल से हुई थी। शादी के नौ दिन बाद ही वह विधवा हो गई थीं। दरअसल, अतीक अहमद के गुर्गों ने राजू पाल को सरेआम गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था। राजू पाल की मौत के बाद से ही वह उनकी राजनीतिक विरासत संभाल रही हैं।