Edited By Pooja Gill,Updated: 26 Jul, 2025 10:39 AM

UP News: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और सांसद डिंपल यादव संसद परिसर स्थित मस्जिद में गए थे। यहां पर उनकी सांसदों के साथ कथित मीटिंग हुई थी। इसको लेकर अब सियासत गरमा गई है...
UP News: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और सांसद डिंपल यादव संसद परिसर स्थित मस्जिद में गए थे। यहां पर उनकी सांसदों के साथ कथित मीटिंग हुई थी। इसको लेकर अब सियासत गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस बात का विरोध किया है, आरोप लगाए है और माफी की मांग की है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश को नमाजवादी बताया था। इसी बीच अब सपा कार्यकर्ता भी मैदान में उतर आए हैं और उन्होंने एक होर्डिंग लगाई है और भाजपा नेताओं को जवाब दिया है।
सपा कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर
इस मामले को लेकर छिड़े विवाद के बीच सपा कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगा है। यह पोस्टर पार्टी कार्यकर्ता मोहम्मद इखलाक ने लगाया है। जो भाजपा नेताओं को सीधा सियासी जवाब माना जा रहा है। पोस्टर में लिखा गया- "अखिलेश हैं वो जो नफरत का सौदा नहीं करते, मंदिर-मस्जिद को सियासत से जोड़ा नहीं करते। तुम्हारे लिए इबादत भी सियासी मैदान है, हमारे लिए मजहब मोहब्बत की पहचान है।"

भाजपा ने बताया सियासी स्टंट
अखिलेश और डिंपल के मस्जिद में मीटिंग करने का भाजपा नेताओं ने विरोध किया है। उन्होंने इसे सियासी स्टंट बताया और कहा कि इससे लोकतांत्रिक मर्यादाएं टूटी हैं। कई भाजपा नेताओं ने डिंपल यादव से सार्वजनिक माफी की मांग की है। वहीं, इससे बरेली के मौलाना भड़क गए हैं। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, यह मस्जिद की पवित्रता और गरिमा के खिलाफ है। हिंदू नेताओं का जाना पाप है। यह खतरनाक बात भी है। मुस्लिम कौम कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। वहीं, उन्होंने ये भी कहा कि डिंपल यादव के पहनावे से मस्जिद की तौहीन हुई है।