Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Aug, 2019 01:10 PM
अपोलो मेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में उन्नाव निवासी एक 20 वर्षीय युवक के ब्रेन ट्यूमर की अवेक सर्जरी अपने परिवार के साथ वीडियो चैट करते हुए की गई। अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ. रवि शंकर ने बताया कि 20 वर्षीय नवयुवक को ब्रेन में बांई ओर....
लखनऊ: अपोलो मेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में उन्नाव निवासी एक 20 वर्षीय युवक के ब्रेन ट्यूमर की अवेक सर्जरी अपने परिवार के साथ वीडियो चैट करते हुए की गई। अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ. रवि शंकर ने बताया कि 20 वर्षीय नवयुवक को ब्रेन में बांई ओर 5 सेमी का ट्यूमर था, जिसकी वजह से उसका दांया हाथ और पैर कमजोर हो रहा था।
ये ट्यूमर 1 लाख में से 2 लोगों में पाया जाता है। इसकी सर्जरी मरीज को बिना बेहोश हुए की जाती है। मरीज को इसकी जानकारी देने पर उसने घबराहट के कारण परिवारजनों के सामने सर्जरी करवाने की इच्छा जताई, लेकिन सर्जरी के दौरान परिवार का आप्रेशन थिएटर में रहना संभव नहीं था। ऐसे में डॉक्टर ने मरीज को सर्जरी के दौरान वीडियो चैट प्रस्ताव दिया, जिस पर मरीज भी राजी हो गया। 4 घन्टे तक चले इस आप्रेशन के दौरान मरीज अपने परिवार से वीडियो चैट से सम्पर्क में था और उसकी सर्जरी कब पूरी हो गई उसको पता भी नहीं चला।
इस बीमारी से लकवाग्रस्त हो सकता है मरीज
डॉक्टर रविशंकर ने बताया कि मरीज बीते 2 साल से शरीर में कमजोरी से परेशान था। इस ट्यूमर में ज्यादातर मरीज को ब्रेन के जिस दिशा में ट्यूमर होता है उसकी उल्टी दिशा का हाथ-पैर काफी कमजोर होने लगता है और कमजोरी इतनी बढ़ जाती है कि मरीज के शरीर का अंग लकवाग्रस्त भी हो सकता है। सर्जरी के बाद अब मरीज पूर्णत: स्वस्थ है और सामान्य रूप से अपने कार्य कर रहा है।