Edited By Imran,Updated: 07 May, 2025 11:38 AM

Operation Sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही देश में तनाव का माहौल चल रहा था। बॉर्डर पर सीज फायरिंग हो रही थी और देश 27 लोगों की मौत के बदले की उम्मीद में बैठा था। 15 दिन का समय लेने के भारतीय सेना POK में घुसकर आतंकियों के 9 ठिकानों को...
Operation Sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही देश में तनाव का माहौल चल रहा था। बॉर्डर पर सीज फायरिंग हो रही थी और देश 27 लोगों की मौत के बदले की उम्मीद में बैठा था। 15 दिन का समय लेने के भारतीय सेना POK में घुसकर आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया है। दरअसल, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। भारतीय सशस्त्र बलों इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है।
इस हमले के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह बोलीं- लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए हैं।
* कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह- रात एक बजकर पांच मिनट और एक बजकर 30 मिनट के बीच ऑपरेशन हुआ। पहलगाम में मारे गए पर्यटकों के लिए ऑपरेशन हुआ। पाकिस्तान में 3 दशकों से आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है। पाकिस्तान और पीओके में 9 टारगेट पहचाने गए थे और इन्हें हमने तबाह कर दिया। लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए।
सवाई नाला मुजफ्फराबाद में लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर था
* दोनों महिला अफसरों ने कहा- पीओके में सबसे पहले सवाई नाला मुजफ्फराबाद में लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर था। सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली। सैयदना बिलाल कैंप मुजफ्फराबाद में हथियार, विस्फोटक और जंगल सर्वाइवल की ट्रेनिंग दी जाती थी। कोटली गुरपुर कैंप लश्कर का है। पुंछ में 2023 में श्रद्धालुओं पर हुए हमले के आतंकी यहीं ट्रेंड हुए थे।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
गुजरात की रहने वाली सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की सिग्नल कोर में अधिकारी हैं और उन्होंने अपने करियर में कई ऐसे मील के पत्थर स्थापित किए हैं, जो महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुके हैं। सोफिया कुरैशी ने सेना के ही मैकेनाइज़्ड इन्फैंट्री में कार्यरत मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से विवाह किया। दोनों का एक नौ वर्षीय बेटा भी है।