Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Nov, 2024 04:50 AM
बड़े मीट कारोबारी में शुमार होने वाले पूर्व सांसद की मीट फैक्ट्री पर रविवार को जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान पूर्व सांसद की फैक्ट्री के बाहर एनजीओ के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पूर्व सांसद की फैक्ट्री के अंदर से भारी मात्रा में गौमांस सप्लाई किया जाता है...
Meerut News, (आदिल रहमान): बड़े मीट कारोबारी में शुमार होने वाले पूर्व सांसद की मीट फैक्ट्री पर रविवार को जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान पूर्व सांसद की फैक्ट्री के बाहर एनजीओ के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पूर्व सांसद की फैक्ट्री के अंदर से भारी मात्रा में गौमांस सप्लाई किया जाता है जिसके चलते पूर्व सांसद की फैक्ट्री पर भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात करते हुए पूर्व सांसद की फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई की गई।
दरअसल, मेरठ सीट से सांसद रहे हाजी शाहिद अखलाक की हापुड़ रोड स्थित अल साकिब मीटैक्स के नाम से मीट फैक्ट्री है जिस पर रविवार को गाजियाबाद के गौरक्षा दल के ज़िला प्रधान सुमित शर्मा अपने साथियों के साथ पहुंचे थे। जहां उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व सांसद की अल साकिब एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी है जिसमें से भारी मात्रा में गौमांस एक्सपोर्ट किया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद की मीट फैक्ट्री से गौमांस को पैकेजिंग करके उसको एक्सपोर्ट करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों एनसीआर क्षेत्र में एक कंटेनर उनके द्वारा दादरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एसपीजी कोल्ड स्टोर में पकड़ा गया था और उसकी एसएफएल रिपोर्ट में गौमांस होने की पुष्टि हुई थी और जब इस बात की जांच की गई कि ये गौमांस कहां से आया है तो उसमें सामने आया कि पकड़ा गया गौमांस अल साकिब मिटैक्स से ही आया है और उसे विदेश में एक्सपोर्ट किया जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके पास सारे साक्ष्य मौजूद हैं जिसमें इस बात की पुष्टि होती है कि ये गौमांस अल साकिब मिटैक्स से ही गया है जिसके चलते एनजीओ सदस्यों ने अल साकिब मिटैक्स के साथ-साथ इसे चलाने वाले टोरू एक्सपोर्ट लिमिटेड के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। इस दौरान एनजीओ सदस्यों ने आरोप लगाया कि फैक्ट्री में तैनात सरकारी डॉक्टर की भी इस मामले में मिली भगत है और उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
वही इस मामले पर जिलाधिकारी मेरठ दीपक मीणा का कहना है कि अल साकिब मिटैक्स पर छापेमारी की गई थी और वहां से ये बात सामने आई है कि इस फैक्ट्री से अक्टूबर महीने में आखिरी बार मांस की प्रोसेसिंग और पैकिंग की गई थी। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि मीट फैक्ट्री के सारे दस्तावेज और वीडियो रिकॉर्डिंग्स की जांच की जा रही है।