Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Jan, 2020 04:24 PM
बसपा की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को संशोधित नागरिकता क़ानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के मुद्दे पर बहस करने की सत्तापक्ष की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर किसी भी मंच पर बहस करने को तैयार...
लखनऊ/ नई दिल्ली: बसपा की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को संशोधित नागरिकता क़ानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के मुद्दे पर बहस करने की सत्तापक्ष की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर किसी भी मंच पर बहस करने को तैयार है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, “अति-विवादित सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ पूरे देश में खासकर युवा व महिलाओं के संगठित होकर संघर्ष व आन्दोलित हो जाने से परेशान केन्द्र सरकार द्वारा लखनऊ की रैली में विपक्ष को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती को बसपा किसी भी मंच पर व कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है।” उल्लेखनीय है की विपक्षी दल सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री अमित शाह ने सीएए के समर्थन में मंगलवार को रैली को संबोधिक किया। इस दौरान अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कांग्रेस, सपा व बसपा को इस मुद्दे पर खुले मंच पर बहस करने की चुनौती दी। अमित शाह ने कहा था कि सीएए को लेकर विपक्ष भ्रम फैला रहा है। यह कानून नागरिकता देने के लिए है। इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी। मैं विपक्ष को इस कानून को लेकर बहस करने की चुनौती देता हूं।